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कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को बर्खास्त किया जाए: सच्चिदानंद उपासने

बीजेपी नेता सच्चिदानंद उपासने ने मंत्री रविंद्र चौबे की बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने राजभवन को मंत्री रविंद्र चौबे के राज्यपाल पर दिए बयान पर पलटवार किया है.

सच्चिदानंद उपासने रविंद्र चौबे
Satchidanand Upasane-Ravindra Choubey
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Published : Oct 21, 2021, 8:13 PM IST

Updated : Oct 21, 2021, 9:40 PM IST

रायपुर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने (Senior leader Satchidananda Upasane) ने प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और मंत्री रविंद्र चौबे (Minister Ravindra Choubey) को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है. सच्चिदानंद उपासने ने कहा है कि सरकार के प्रवक्ता की हैसियत से रविन्द्र चौबे ने राज्यपाल को पुनः नसीहत दी है कि 'राज भवन को राजनीति का अखाड़ा ना बनाएं' यह निश्चित रूप से इंगित करता है कि प्रदेश सरकार राज्यपाल को राजभवन तक कैद और प्रदेश शासन की कठपुतली बना कर रखना चाहता है. तभी तो सरकार यह भी कहती है कि राज्यपाल बार-बार दिल्ली जाकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से क्यों भेंट करती हैं ?

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को बर्खास्त किया जाए: सच्चिदानंद उपासने

बीजेपी नेता ने कहा कि यदि राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey) प्रदेश में चल रहे धर्मांतरण की शिकायतों पर कानूनी कार्रवाई करने बाबत शासन को पत्र लिखती हैं तो सरकार को पीड़ा होती है और शासन के प्रवक्ता याद दिलाते हैं कि हमने पहले भी कहा था कि राजभवन को राज्यपाल राजनीति का अखाड़ा ना बनावे. जब राज्यपाल ने राजभवन से सनमणि वोरा को हटाकर अमित खलखो को सचिव बनाए जाने के सरकार के निर्णय का विरोध किया, तो प्रदेश के अनेकों मामलों को लेकर गत दिनों प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से मुलाकात की तब राज्यपाल के सुपबेड़ा दौरे पर जाने से रोकने हेलीकॉप्टर ना देना. विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर या छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम में बदलाव कर कुलपति नियुक्ति में राज्यपाल के अधिकार समाप्त करने जैसे मामलों में भी प्रदेश शासन ने राजभवन पर कीचड़ उछालने विवाद की स्थिति निर्मित की थी.

बीजेपी नेता ने कहा कि अब जब राज्यपाल आदिवासी अंचल के दौरे पर हैं. तब सरकार को भय है कि विकास और सुविधाओं के खोखले दावों की पोल कहीं खुल न जाए. इस कारण प्रदेश सरकार राज्यपाल की सक्रियता पर इस प्रकार के राजनीतिक आरोप लगा राज्यपाल के पत्र का जवाब न देकर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है.

बीजेपी उपासने ने रविंद्र चौबे के बयान को देश के राष्ट्रपति सहित राज्यपाल व राज भवन का खुला अपमान बताते हुए रविंद्र चौबे को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की है.

राज्यपाल द्वारा हाल ही में धर्मांतरण को लेकर लिखे गए पत्र के विषय में सरकार के प्रवक्ता और प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान कहा था कि वे पत्र व्यवहार को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे मगर पहले भी हमने बयान दिया था कि राजभवन को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनना चाहिए. जिस पर आज भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए मंत्री चौबे को बर्खास्त करने की मांग की है.

रायपुर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने (Senior leader Satchidananda Upasane) ने प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और मंत्री रविंद्र चौबे (Minister Ravindra Choubey) को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है. सच्चिदानंद उपासने ने कहा है कि सरकार के प्रवक्ता की हैसियत से रविन्द्र चौबे ने राज्यपाल को पुनः नसीहत दी है कि 'राज भवन को राजनीति का अखाड़ा ना बनाएं' यह निश्चित रूप से इंगित करता है कि प्रदेश सरकार राज्यपाल को राजभवन तक कैद और प्रदेश शासन की कठपुतली बना कर रखना चाहता है. तभी तो सरकार यह भी कहती है कि राज्यपाल बार-बार दिल्ली जाकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से क्यों भेंट करती हैं ?

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को बर्खास्त किया जाए: सच्चिदानंद उपासने

बीजेपी नेता ने कहा कि यदि राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey) प्रदेश में चल रहे धर्मांतरण की शिकायतों पर कानूनी कार्रवाई करने बाबत शासन को पत्र लिखती हैं तो सरकार को पीड़ा होती है और शासन के प्रवक्ता याद दिलाते हैं कि हमने पहले भी कहा था कि राजभवन को राज्यपाल राजनीति का अखाड़ा ना बनावे. जब राज्यपाल ने राजभवन से सनमणि वोरा को हटाकर अमित खलखो को सचिव बनाए जाने के सरकार के निर्णय का विरोध किया, तो प्रदेश के अनेकों मामलों को लेकर गत दिनों प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से मुलाकात की तब राज्यपाल के सुपबेड़ा दौरे पर जाने से रोकने हेलीकॉप्टर ना देना. विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर या छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम में बदलाव कर कुलपति नियुक्ति में राज्यपाल के अधिकार समाप्त करने जैसे मामलों में भी प्रदेश शासन ने राजभवन पर कीचड़ उछालने विवाद की स्थिति निर्मित की थी.

बीजेपी नेता ने कहा कि अब जब राज्यपाल आदिवासी अंचल के दौरे पर हैं. तब सरकार को भय है कि विकास और सुविधाओं के खोखले दावों की पोल कहीं खुल न जाए. इस कारण प्रदेश सरकार राज्यपाल की सक्रियता पर इस प्रकार के राजनीतिक आरोप लगा राज्यपाल के पत्र का जवाब न देकर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है.

बीजेपी उपासने ने रविंद्र चौबे के बयान को देश के राष्ट्रपति सहित राज्यपाल व राज भवन का खुला अपमान बताते हुए रविंद्र चौबे को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की है.

राज्यपाल द्वारा हाल ही में धर्मांतरण को लेकर लिखे गए पत्र के विषय में सरकार के प्रवक्ता और प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान कहा था कि वे पत्र व्यवहार को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे मगर पहले भी हमने बयान दिया था कि राजभवन को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनना चाहिए. जिस पर आज भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए मंत्री चौबे को बर्खास्त करने की मांग की है.

Last Updated : Oct 21, 2021, 9:40 PM IST
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