रायपुर: राजधानी रायपुर में सोमवार को सर्व आदिवासी समाज ने धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए. सर्व आदिवासी समाज अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा था. आदिवासी समाज का कहना है कि, आरक्षण बहाली पीएससी में साक्षात्कार समाप्त करने सहित कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया है. धरना प्रदर्शन के बाद सर्व आदिवासी समाज विधानसभा को घेरने के लिए निकला, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
सर्व आदिवासी समाज की मांग है कि, समाज के लिए आरक्षण को फिर से लागू किया जाए. प्रदेश सरकार 49% एससी, एसटी आबादी के साथ भेदभाव कर रही है. सरकार ने एक लाख पदों पर आरक्षण समाप्त कर दिया है. आदिवासी समाज का कहना है कि, प्रदेश सरकार सभी जिलों में विवेकानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने जा रही है. जहां पर 12,000 पदों पर शिक्षकों की भर्ती होनी है. उन पदों में भी आदिवासियों की भर्ती नहीं हो पाएगी.
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सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद सोहन पोटाई ने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासियों की उपेक्षा और वादाखिलाफी कर रही है. जिसको लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन 19 जुलाई से लगातार प्रदेश में किया जा रहा है. अगर राज्य सरकार सर्व आदिवासी समाज की मांगों पर विचार नहीं करती है, तो 30 जुलाई को पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी. उन्होंने बताया कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वह प्रदेशभर में चक्काजाम करेंगे.