रायपुर: पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बघेल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रायपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा है कि, पाकिस्तान की संस्था दावत-ए-इस्लामी को छत्तीसगढ़ में सामुदायिक भवन बनाने के नाम पर 10 हेक्टेयर जमीन देने की सरकार तैयारी कर रही है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि इस संस्था का संबंध पाकिस्तान के कराची शहर से है. जिसे अब रायपुर में जमीन देने की तैयारी चल रही है. बृजमोहन अग्रवाल ने इस पूरे मुद्दे पर बघेल सरकार से जवाब मांगा है.
10 साल पुराने आवेदन को छोड़ इस संस्था को जमीन देने की तैयारी-अग्रवाल
बृजमोहन अग्रवाल ने दावत-ए-इस्लामी पर विदेशी फंडिंग के जरिए आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है. अग्रवाल ने आरोप लगाया कि बघेल सरकार ने 10 सालों से पेंडिंग पड़े आवेदन को छोड़कर इस संस्था को जमीन देने की तैयारी कर ली है. जिस पर कई सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2020 में आवेदन करने वाली इस संस्था को जमीन देने की तैयारी चल रही है. इसके लिए इश्तिहार छपवाया गया है. बघेल सरकार यह बताए कि इस संस्था का हेड क्वार्टर कहां है.
दावत ए इस्लामी संस्था का जमीन आवंटन प्रारंभिक अवस्था में रद्द- रायपुर प्रशासन
दावत-ए-इस्लामी संस्था को जमीन का आवंटन नहीं हुआ, यह प्रारंभिक अवस्था में रद्द कर दिया गया है. रायपुर के अनुविभागीय दंडाधिकारी देवेंद्र पटेल ने इसका एलान किया है. देवेंद्र पटेल का कहना है कि प्रारंभिक स्थिति में इस जमीन के आवेदन को रद्द कर दिया गया है. देवेंद्र पटेल ने बताया कि आवेदक संस्था दावत-ए-इस्लामी छत्तीसगढ़ रायपुर की ओर से सैय्यद कलीम ने सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए बोरियाखुर्द में खसरा नंबर 10 के लिए हेक्टेयर भूमि के आवंटन हेतु आवेदन पत्र दिया था. लेकिन इश्तिहार प्रकाशन के बाद आवेदक ने तहसीलदार के न्यायालय में मौजूद होकर अपना आवेदन ये कहकर वापस ले लिया कि उन्होंने गलती से रकबा 10 हेक्टेयर लिख दिया था. जबकि उन्हें केवल 10 हजार वर्गफुट जमीन की ही जरूरत है. आवेदक ने कहा कि आवेदन पत्र में खसरा नंबर भी गलत लिखा गया है. इसके बाद तहसीलदार कोर्ट ने आवेदन को रद्द कर दिया. यह पूरा मामला प्रारंभिक स्थिति में ही रद्द कर दिया गया है. इश्तिहार प्रकाशन में हुई त्रुटि के लिए प्रभारी अधिकारी भू आवंटन एवं अत्तिरिक्त तहसीलदार को नोटिस जारी किया जा रहा है.
क्या है दावत-ए- इस्लामी संगठन
दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान में स्थित एक सुन्नी इस्लामी संस्था है. पूरी दुनिया मे इसके कई संस्थान हैं. जहां इस्लाम से जुड़ी पढ़ाई की जाती है. इसकी स्थापना 1981 में कराची में हुई थी. मौलाना अबू बिलाल मुहम्मद इलियास अत्तर इसके संस्थापक माने जाते हैं
धर्म संसद के जरिए रची गई साजिश
बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल (Senior BJP MLA Brijmohan Agarwal) ने बघेल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म संसद का आयोजन बघेल सरकार की सोची समझी साजिश थी. कांग्रेस पर देश में वातावरण बिगाड़ने का आरोप उन्होंने लगाया. धर्मांतरण और कवर्धा दंगे (Conversion and Kawardha Riots) जैसे मामले से ध्यान हटाने के लिए सरकार ने रायपुर में धर्म संसद का आयोजन किया.
'बार-बार कालीचरण महाराज को बोलने के लिए बुलाया गया'
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस देश में वातावरण बिगाड़ने का प्रयास कर रही है. धर्मांतरण और कवर्धा दंगे जैसे मामलों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए रायपुर में धर्म संसद का आयोजन किया गया था. जिसमें कालीचरण महाराज को बार-बार मंच पर बोलने के लिए बुलाया जा रहा था. बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन लोगों ने भगवा झंडे को अपने पैरों से रौंदा. उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा क्यों दर्ज नहीं किया गया?
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'बहुसंख्यक समाज को किया जा रहा प्रताड़ित'
छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में इतनी क्राइम की घटनाएं घट रही है, लेकिन आधी रात उनपर कार्रवाई नहीं की जाती. छत्तीसगढ़ में जितने आपराधिक गतिविधियां हो रही है. उसमें बहुसंख्यक समाज के लोगों को ही प्रताड़ित किया जा रहा है
'प्रभु राम के खिलाफ बोलने वालों पर भी होनी चाहिए कार्रवाई'
सरकार से सवाल करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रभु श्रीराम गांधीजी के आराध्य थे या नहीं. यह सरकार बताए और अगर हैं, तो क्या प्रभु श्रीराम के खिलाफ बोलने वालों पर राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई की जानी चाहिए या नहीं.