रायपुर: अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ 1 सूत्रीय मांग को लेकर अंबिकापुर से 4 दिन की पैदल यात्रा कर रायपुर पहुंचे.उनका कहना है की स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस की सरकार बनने पर अंशकालीन सफाई कर्मचारी संघ को पूर्ण कालीन बनाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन 2 साल हो जाने के बाद भी अभी तक यह मांग पूरी नहीं की गई, इस वजह से वे पैदल रायपुर पहुंचे.
4 दिन की पैदल यात्रा कर अंबिकापुर से पहुंचे रायपुर
प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार साहू का कहना है कि छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के 29 जिलों में साल 2007 से काम कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के स्कूलों में 42 हजार 7 सौ 97 सफाई कर्मचारी कार्यरत है. स्कूल सफाई कर्मचारी स्कूल प्रांगण की सफाई, कक्षाओं की साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था, पालक रजिस्टर में हस्ताक्षर कराना, मध्याह्न भोजन, चावल की व्यवस्था करना इन सारे कार्यों को करते आ रहे हैं. इसके एवज में इनको मात्र 2 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता है. उन्होंने कहा कि आज के समय में 2 हजार रुपये में परिवार का पालन पोषण करना कितना मुश्किल है.

साल 2011 से लगातार स्कूल सफाई कर्मचारी संघ शासन को अपनी मांगों से अवगत कराते रहे हैं, परंतु शासन के मंत्री एवं मुख्यमंत्री के सिर्फ आश्वासन ही दे रहे है. पिछले चुनाव में भी चुनाव घोषणा पत्र समिति के मुखिया टीएस सिंहदेव ने उन्हें यहृे आश्वासन दिया था कि कांग्रेस की सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ को पूर्णकालिक बना देंगे लेकिन अभी तक की मांग पूरी नहीं की गई है.
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'मांग पूरी होने तक लड़ेंगे'
छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती, तब तक वे रायपुर के धरना स्थल पर ही बैठे रहेंगे और शासन प्रशासन के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य रहेंगे.