रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना संक्रमण के केस बढ़ाते जा रहे हैं. रविवार देर रात तक प्रदेश में कुल 181 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 9 हजार 608 हो गई है. एक्टिव मरीजों की अगर बात करें तो अब तक 2 हजार 559 है, जिसका इलाज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है. रविवार देर रात तक छत्तीसगढ़ में कोरोना से 3 लोगों की मौत भी हुई है. अबतक छत्तीसगढ़ में कोरोना से 58 लोगों की मौत हो चुकी है.
ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के सामने एक बड़ी समस्या सामने आ गई है कि सभी मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ उनके लिए बेड की व्यवस्था की जाए. इसे देखते हुए स्वास्थ विभाग ने अब एक नया फैसला लिया है. जिसके तहत एसिम्टोमैटिक मरीज हैं, उन्हें उन्हीं के घर में आइसोलेट किया जाएगा, हालांकि इसके लिए राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक गाइडलाइन जारी की गई है, जिसे फॉलो करना अनिवार्य होगा.
C TYPE के मरीजों के लिए होम आइसोलेशन
- जिनमें या तो बिल्कुल ही सिम्टम्स नहीं होंगे या माइल्ड सिमटम होंगे
- ऐसे लोगों को फोन के जरिए से स्वास्थ्य विभाग ने जुड़े रहना होगा
- घर के बाहर भी यह चस्पा कराया जाएगा कि इस घर में कोई आइसोलेशन में है
होम आइसोलेशन है सुरक्षित
- यदि कहा जा रहा है, लोग घर से न निकलें तो यह बहुत जरूरी है कि वह घर से न निकलें
- एसिम्टोमैटिक मरीजों में बहुत कम ही ऐसे चांसेस होते हैं कि वह दूसरों को संक्रमण फैला पाए
- यह भी जरूरी है कि सख्ती से जो गाइडलाइंस दिए गए हैं उनको फॉलो किया जाए
प्रदेश में होम आइसोलेशन का पायलट प्रोजेक्ट पहले डॉक्टरों के लिए लाया गया था, जो सफल रहा है. इसके बाद अब इसे आम लोगों के लिए किया जा रहा है.