रायपुर :राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat ) 2 दिनों के लिए छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहेंगे .14 नवंबर को मोहन भागवत स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इसके बाद जशपुर में ही आयोजित जनजाति गौरव दिवस पर आयोजित आम सभा को संबोधित करेंगे.15 नवंबर को अंबिकापुर में आयोजित होने वाले वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पथ संचलन और सार्वजनिक कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे.(RSS chief Mohan Bhagwat visits Chhattisgarh)
क्यों है दौरा अहम : बता देंगे मोहन भागवत का यह दो दिवसीय दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. इस दौरान वह संघ के प्रांतीय बैठक में शामिल होंगे. छत्तीसगढ़ में आगामी 2023 विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में भाजपा के नेताओं का मानना है कि ''आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आना सरगुजा संभाग के लिए फायदेमंद रहेगा.''
2 महीने के भीतर भागवत का दूसरा दौरा : बता दें कि इससे पहले 7 सितंबर के मोहन भागवत अखिल भारतीय समन्वय बैठक रायपुर में शामिल हुए थे , उस दौरान तीन दिवसीय बैठक में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई थी. वहीं 14 नवंबर को फिर मोहन भागवत छत्तीसगढ़ प्रवास पर है. ऐसे में राजनीतिक हलकों में इसकी चर्चा जोरों से हो रही है. वहीं इस दौरे को लेकर भाजपा के नेता इसे सकारात्मक तरह से देख रहे हैं.बता दें कि लगभग 2 महीने के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दूसरी बार छत्तीसगढ़ आ रहे हैं.
आरएसएस प्रभाव वाले नेताओं की पूछपरख : आरएसएस बैकग्राउंड वाले नेताओं को भी छत्तीसगढ़ भाजपा में विशेष तवज्जो दी जा रही है. पहले आरएसएस बैकग्राउंड वाले नेता अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष और नारायण चंदेल को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया. उसके बाद हाल ही में ओम माथुर को भाजपा ने छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी बनाया है. ओम माथुर भी आरएसएस बैकग्राउंड से आते हैं