रायपुर: पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है. हर जगह बचने-बचाने की होड़ मची हुई है. सरकार की कोशिश है कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाए, लेकिन कुछ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सरकार के सभी प्रयासों को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं. राजधानी रायपुर की स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल से जब पत्रकार ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से संबंधित सवाल पूछा तो वह झुंझला उठी और पत्रकार से तीखे तेवर में बात करने लगी. सुनिए क्या कहा अधिकारी ने.
स्वास्थ्य अधिकारी के ऊपर स्वास्थ्य व्यवस्था की कई जिम्मेदारियां हैं, लेकिन उनका ये रूखा व्यवहार बताता है कि वह कैसे परिस्थितियों को हैंडल कर रहीं हैं. इनके बिगड़े बोल और और सख्त लहजे का कारण सिर्फ इतना था कि मीडिया ने इनसे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की हकीकत पर सवाल कर लिया.
विभागीय कर्मचारी भी परेशान
महिला अधिकारी ये रवैया सिर्फ पत्रकारों तक ही सीमित नहीं है. अधिकारी के नीचे काम करने वाले कर्मचारी भी इस रवैये और तुनकमिजाजी से परेशान हैं. विभागीय कर्मचारियों ने भी महिला अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है.
किसी भी अधिकारी को होना चाहिए सौम्य
कोरोना संकट की इस घड़ी में स्वास्थ्य अधिकारियों के पास सबसे महत्त्वपुर्ण काम है. लोगों को संक्रमण से बचाना और उन्हें अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देना उनका पहला दायित्व है, जिसके लिए सरकार उन्हें मोटी तन्खाह भी देती है. महिला अधिकारी का यह रवैया जब कैमरे में कैद हुआ, तो विपक्ष को भी इस पर सवाल उठाने का मौका मिला है. बीजेपी के प्रवक्ता ने संजय श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी अधिकारी को सौम्य होना चाहिए.