रायपुर: नगर निगम रायपुर ने जनता की समस्याओं के निवारण के लिए तुंहर सरकार तुंहर दुआर कार्यक्रम का आयोजन किया है. 27 जनवरी से शुरू हुए इस शिविर में अबतक 6 वार्डों में शिविर का आयोजन किया जा चुका है. ETV भारत की टीम ने इस कार्यक्रम की पड़ताल की और वार्ड क्रमांक 26 दानवीर भामाशाह वार्ड में लगे शिविर का जायजा लिया. वार्ड में बने शशि बाला कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला परिसर में शिविर का आयोजन किया गया था, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे.
कार्यक्रम में ज्यादातर शिकायतें वार्ड में साफ सफाई नियमित रूप से नहीं होने को लेकर की गई. इस दौरान लोगों की शिकायत रही कि नियमित रूप से वार्ड में साफ-सफाई नहीं हो रही है. ठेकेदार और पार्षद से शिकायत की जाती है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता. वहीं कार्यक्रम के आयोजन के 1 दिन पहले ही शहर के गड्ढों को भरा गया है.
'अधिकारी नहीं सुनते शिकायतें'
शिविर में ज्यादातर लोगों का कहना था किसी भी शिकायत को लेकर अधिकारियों के पास पहुंचते हैं तो उनका निराकरण नहीं किया जाता. बहुत से लोग ऐसे थे जो राशन कार्ड बनवाने पहुंचे थे.
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शिविर में दिखी अव्यवस्थाएं
तुंहर सरकार तुंहर द्वार शिविर में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. इस दौरान ना ही लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही कोई बेहतर व्यवस्था थी. शिविर में पहुंचे हुए लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा. जिस शासकीय स्कूल में शिविर का आयोजन किया गया था यहां लोगों की ज्यादा भीड़ पहुंचने के कारण जगह कम पड़ गई.
वार्ड पार्षद पर लगा कब्जे का आरोप
स्थानीय लोगों ने वार्ड पार्षद पर मंगल भवन पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया. स्थानीय लोगों ने कहा कि पार्षद वार्ड की उपेक्षा कर रहे हैं. लंबे समय से कार्यालयों का चक्कर लगा रहे लोग भारी संख्या में शिविर में पहुंचे. कोई राशन कार्ड की समस्या को लेकर तो कुछ मजदूर कार्ड बनाने शिविर पहुंचे थे.
एनयूएलएम के तहत 2,40,000 की राशि जारी
शिविर में एनयूएलएल के तहत प्रधानमंत्री स्व निधि के तहत प्राप्त 62 आवेदनों में से 32 फार्म जारी किए गए. इसमें 16 लोगों को 2 लाख 40 हजार रुपए की राशि जारी की गई है. 14 आवेदन प्रक्रियाधीन है.
पार्षद ने आरोपों का दिया जवाब
पार्षद सुंदर जोगी से जब ETV भारत की टीम ने वार्ड की उपेक्षा पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, बहुत से लोग राशन कार्ड की शिकायत को लेकर पहुंचते हैं, जिनका मतदाता सूची में नाम नहीं है, वह भी आवेदन करने पहुंच रहे हैं. गांव के कुछ ऐसे लोग भी हैं जो शहर में आकर रहते हैं. गांव और शहर दोनों जगह राशन कार्ड बनना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्षद होने के नाते लोगों की समस्याओं का निवारण उनका कर्तव्य हैं. वे पूरी कोशिश करेंगे की जनता की दिक्कतें जल्द से जल्द से दूर की जाए.
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शिविर को लेकर महापौर की राय
महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि जनता की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है. सभी प्रकार की शिकायतों का तत्काल निराकरण हो रहा है. ऐसे लोग जिनके पास किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं और जिनका नाम 2007-2008 की सर्वे सूची में नहीं है. उनका काम नहीं हो रहा, बाकी सभी लोगों का काम इस शिविर में हो रहा है.
पड़ताल में ये बातें आई सामने
फिलहाल, इस रियलिटी चेक में यह बात सामने आई कि नगर निगम को शिविर में बेहतर व्यवस्था करने की आवश्यकता है. ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काम संचालित हो सके. जिस प्रकार से लोगों की समस्याएं सामने आ रही है, ऐसे में जोन कार्यालय के माध्यम से ही उनकी समस्याओं का हल किया जाए. जिससे असुविधाओं का सामना ना करना पड़े.