रायपुर: सीएम भूपेश बघेल ने सोमवार को छत्तीसगढ़ का 2021-2022 का बजट पेश किया. इस बजट को लेकर सीएम ने जहां इसे जन हितैषी बजट होने का दावा किया है. वहीं विपक्ष भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि इस बजट में पुरानी योजनाओं को ही नया कलेवर देकर प्रस्तुत कर दिया गया है. जन सामान्य के लिए इस बजट में कुछ खास नहीं है.
सिंचाई योजनाओं के लिए नाम मात्र का बजट
पूर्व कृषि मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर साहू ने बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह बजट बेहद निराशाजनक है. इस बजट में पुरानी योजनाओं को ही नया कलेवर देकर पेश कर दिया गया है. कृषि और सिंचाई योजनाओं के लिए भी नाम मात्र का बजट पेश किया गया है. जबकि सिंचाई परियोजनाओं में शामिल किए गए वृहद सिंचाई परियोजनाएं जिसमें अरपा भैसाझार, केलो और सोंढूर जलाशय के लिए 152 करोड़ का प्रावधान रखा गया है.
पूर्व मंत्री कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि एक-एक सिंचाई परियोजनाओं के लिए हजारों करोड़ की जरूरत है, ऐसे में इतनी बड़ी सिंचाई परियोजनाओं को लेकर डेढ़ सौ करोड़ का ही प्रावधान रखना सरकार की संवेदनशीलता को बताता है.
एक क्लिक में जानिए क्या रहा छत्तीसगढ़ 2021-22 के बजट में खास ?
स्वास्थ्य के क्षेत्र में नहीं रखा गया कुछ खास प्रावधान
चंद्रशेखर साहू ने कहा कि जब देश में कोरोनावायरस हालात चल रहे हैं. पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए बड़ा बजट रखा जा रहा है. ऐसे में इस बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए बड़ी सौगात दिए जाने की जरूरत थी, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास को लेकर बजट में कोई खास चीजें नजर नहीं आ रहा है. ऐसे समय में मुख्य तौर पर स्वास्थ्य विभाग को जिला और ब्लॉक स्तर तक विस्तार करने जैसे महत्वपूर्ण योजनाओं की जरूरत थी.