रायपुर: इस साल हुई कम बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ में सूखे के हालात बने हुए थे. कुछ जिलों में तो अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी. बावजूद इसके सरकार का दावा है कि इस साल धान की पैदावार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा होने वाली है जो कि काफी चौंकाने वाला बयान है. इस बात को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भी स्वीकारा है.
रविंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद किसानों की कर्ज माफी कर दी गई है. इसके साथ ही भूपेश सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए कर दिया है. सरकार के इस फैसले के बाद प्रदेश के ज्यादातर किसानों ने अपने धान की खेती का रकबा बढ़ा दिया है. जो किसान पहले अपनी खेत के कुछ ही हिस्से में धान लगाते थे उन्होंने अब खेत के ज्यादातर हिस्सों में धान की बुवाई करनी शुरू कर दी है. इससे पिछले सालों की अपेक्षा धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.
85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य
बता दें कि पिछले दिनों खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें इस साल धान खरीदी के लिए 85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया जो पिछले साल से ज्यादा है. अब देखने वाली बात है कि किसानों ने इस साल अपने धान की खेती का रकबा बढ़ाया है या फिर यह मात्र सरकार की कोरी कल्पना भर है.