ETV Bharat / state

सूखे के बावजूद प्रदेश में धान की होगी ज्यादा पैदावार: रविंद्र चौबे

मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि प्रदेश में पिछले साल से ज्यादा धान की पैदावार होगी. इस साल धान खरीदी के लिए 85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया जो पिछले साल से ज्यादा है.

author img

By

Published : Sep 13, 2019, 10:30 AM IST

Updated : Sep 13, 2019, 1:30 PM IST

डिजाइन इमेज

रायपुर: इस साल हुई कम बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ में सूखे के हालात बने हुए थे. कुछ जिलों में तो अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी. बावजूद इसके सरकार का दावा है कि इस साल धान की पैदावार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा होने वाली है जो कि काफी चौंकाने वाला बयान है. इस बात को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भी स्वीकारा है.

छत्तीसगढ़ में होगी धान की अच्छी पैदावार

रविंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद किसानों की कर्ज माफी कर दी गई है. इसके साथ ही भूपेश सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए कर दिया है. सरकार के इस फैसले के बाद प्रदेश के ज्यादातर किसानों ने अपने धान की खेती का रकबा बढ़ा दिया है. जो किसान पहले अपनी खेत के कुछ ही हिस्से में धान लगाते थे उन्होंने अब खेत के ज्यादातर हिस्सों में धान की बुवाई करनी शुरू कर दी है. इससे पिछले सालों की अपेक्षा धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.

85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य

बता दें कि पिछले दिनों खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें इस साल धान खरीदी के लिए 85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया जो पिछले साल से ज्यादा है. अब देखने वाली बात है कि किसानों ने इस साल अपने धान की खेती का रकबा बढ़ाया है या फिर यह मात्र सरकार की कोरी कल्पना भर है.

रायपुर: इस साल हुई कम बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ में सूखे के हालात बने हुए थे. कुछ जिलों में तो अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी. बावजूद इसके सरकार का दावा है कि इस साल धान की पैदावार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा होने वाली है जो कि काफी चौंकाने वाला बयान है. इस बात को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भी स्वीकारा है.

छत्तीसगढ़ में होगी धान की अच्छी पैदावार

रविंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद किसानों की कर्ज माफी कर दी गई है. इसके साथ ही भूपेश सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए कर दिया है. सरकार के इस फैसले के बाद प्रदेश के ज्यादातर किसानों ने अपने धान की खेती का रकबा बढ़ा दिया है. जो किसान पहले अपनी खेत के कुछ ही हिस्से में धान लगाते थे उन्होंने अब खेत के ज्यादातर हिस्सों में धान की बुवाई करनी शुरू कर दी है. इससे पिछले सालों की अपेक्षा धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.

85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य

बता दें कि पिछले दिनों खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें इस साल धान खरीदी के लिए 85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया जो पिछले साल से ज्यादा है. अब देखने वाली बात है कि किसानों ने इस साल अपने धान की खेती का रकबा बढ़ाया है या फिर यह मात्र सरकार की कोरी कल्पना भर है.

Intro:रायपुर. छत्तीसगढ़ में कम वर्षा और सूखे के हालात बने हुए हैं कुछ जिलों में तो अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो गई है बावजूद इसके सरकार का दावा है कि इस साल धान की पैदावार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा होने वाली है जो कि काफी चौकाने वाला बयान है

जब इस बारे में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से बात की गई कि प्रदेश में सूखे और अकाल जैसी स्थिति निर्मित है बावजूद इसके सरकार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा धान की पैदावार की उम्मीद किस आधार पर कर रही है

इस बात को मंत्री रविंद्र चौबे ने भी स्वीकारा है कि इस साल पिछले वर्षो के अपेक्षा कम बारिश हुई है मंत्री ने इस बात को भी स्वीकारा कि प्रदेश के कुछ जिलों में तो अकाल जैसी स्थिति है लेकिन वह यह कहते नहीं चूके कि इसके बाद भी प्रदेश में पिछले साल से ज्यादा धान की पैदावार होगी

रविंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद किसानों की कर्ज माफी कर दी गई है साथ ही भूपेश सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए कर दिया है इसलिए प्रदेश के ज्यादातर किसानों ने अपने धान की खेती का रकबा बढ़ा दिया है जो किसान पहले कम धान का समर्थन मूल्य के चलते अपनी खेत के कुछ ही हिस्से में धान लगाते थे अब उन्होंने अपने खेत के ज्यादातर हिस्सों में धान की बुवाई की है जिससे इस साल पिछले सालों की अपेक्षा धान की पैदावार ज्यादा होगी।

बता दें कि पिछले दिनों खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक संपन्न हुई जिसमें इस साल धान खरीदी के लिए 85 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया जो पिछले साल से ज्यादा है. अब देखने वाली बात है कि किसानों ने इस साल अपने धान की खेती का रकबा बढ़ाया है या फिर यह मात्र सरकार की कोरी कल्पना बस है।


Body:no


Conclusion:
Last Updated : Sep 13, 2019, 1:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.