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कोरोना: दाने-दाने को मोहताज राजधानी के इन परिवारों ने कहा- 'जान दे देंगे' - ETV bharat news impact

पूरे देश में हुए लॉकडाउन के कारण वार्ड 70 के बीएसयूपी कॉलोनी के निवासियों के घर चूल्हा जलना बंद हो गया है. उनके घर में राशन-पानी सबकुछ खत्म हो गया है. घर में खाने के लाले पड़े हैं. ऐसी स्थिति में भी शासन-प्रशासन वहां झांकने तक नहीं पहुंचा है.

बीएसयूपी कॉलोनी के निवासी
बीएसयूपी कॉलोनी के निवासी
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Published : Mar 29, 2020, 5:58 PM IST

Updated : Mar 29, 2020, 10:53 PM IST

रायपुर: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है. भारत में 9 सौ से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो गए हैं. मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. इन सबके बीच पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है. राशन और रोजमर्रा का सामान न मिलने की वजह से रायपुर के संत रविदास वार्ड के वार्डवासियों में भारी आक्रोश देखने को मिला. ETV भारत की टीम ने जब वार्डवासियों से बात की तो वे नाराज नजर आए.

दाने-दाने को मोहताज है राजधानी के ये परिवार

वार्डवासी बताते हैं कि वार्ड क्रमांक 70 में राजधानी के अलग-अलग जगहों से विस्थापित परिवारों को बीएसयूपी कॉलोनी में आज से लगभग ढाई साल पहले बसाया गया था. इस कॉलोनी में 10 ब्लॉक बनाए गए हैं, जहां पर लगभग 4000 परिवार रहते हैं, जिसमें 3000 परिवार किन्नर समुदाय से हैं. इस कॉलोनी में रहने वाले परिवार मिस्त्री पेंटर, मजदूरी, सैलून, ऑटो टैक्सी, रेजा और कुली का काम कर अपना भरण-पोषण करते हैं. इनके पास जितना भी राशन और पैसे थे, सब खत्म हो चुके हैं अब इनके पास खाने-पीने का सामान नहीं है और ना ही आस-पास किराने का दुकान है. अब इनके घरों में चूल्हे जलने भी बंद हो गए हैं.

राशन दुकानों में नहीं मिल रहा राशन

इन परिवारों का कहना है कि जिन जगहों पर इनके राशन कार्ड बने हुए हैं, उन राशन दुकानों पर भी इन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में इस कॉलोनी के परिवार अपनी समस्या को लेकर कहां और किसके पास जाएं.

वोट मांगने के लिए जनप्रतिनिधि कॉलोनी में आते हैं

कॉलोनी वालों का यह भी कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि वोट मांगने के लिए कॉलोनी में आते हैं और चुनाव खत्म होते ही मतलब निकल जाने के बाद एक भी जनप्रतिनिधि या वार्ड का पार्षद इनकी सुध लेने यहां नहीं आता है. ऐसे में कॉलोनी में रह रहे लोगों का साफ कहना है कि हम या तो सड़क पर बाहर निकलें या फिर अपने घरों में ही फांसी लगाकर अपनी जान दे दें.

रायपुर: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है. भारत में 9 सौ से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो गए हैं. मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. इन सबके बीच पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है. राशन और रोजमर्रा का सामान न मिलने की वजह से रायपुर के संत रविदास वार्ड के वार्डवासियों में भारी आक्रोश देखने को मिला. ETV भारत की टीम ने जब वार्डवासियों से बात की तो वे नाराज नजर आए.

दाने-दाने को मोहताज है राजधानी के ये परिवार

वार्डवासी बताते हैं कि वार्ड क्रमांक 70 में राजधानी के अलग-अलग जगहों से विस्थापित परिवारों को बीएसयूपी कॉलोनी में आज से लगभग ढाई साल पहले बसाया गया था. इस कॉलोनी में 10 ब्लॉक बनाए गए हैं, जहां पर लगभग 4000 परिवार रहते हैं, जिसमें 3000 परिवार किन्नर समुदाय से हैं. इस कॉलोनी में रहने वाले परिवार मिस्त्री पेंटर, मजदूरी, सैलून, ऑटो टैक्सी, रेजा और कुली का काम कर अपना भरण-पोषण करते हैं. इनके पास जितना भी राशन और पैसे थे, सब खत्म हो चुके हैं अब इनके पास खाने-पीने का सामान नहीं है और ना ही आस-पास किराने का दुकान है. अब इनके घरों में चूल्हे जलने भी बंद हो गए हैं.

राशन दुकानों में नहीं मिल रहा राशन

इन परिवारों का कहना है कि जिन जगहों पर इनके राशन कार्ड बने हुए हैं, उन राशन दुकानों पर भी इन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में इस कॉलोनी के परिवार अपनी समस्या को लेकर कहां और किसके पास जाएं.

वोट मांगने के लिए जनप्रतिनिधि कॉलोनी में आते हैं

कॉलोनी वालों का यह भी कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि वोट मांगने के लिए कॉलोनी में आते हैं और चुनाव खत्म होते ही मतलब निकल जाने के बाद एक भी जनप्रतिनिधि या वार्ड का पार्षद इनकी सुध लेने यहां नहीं आता है. ऐसे में कॉलोनी में रह रहे लोगों का साफ कहना है कि हम या तो सड़क पर बाहर निकलें या फिर अपने घरों में ही फांसी लगाकर अपनी जान दे दें.

Last Updated : Mar 29, 2020, 10:53 PM IST
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