रायपुर: छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ आदिवासी नेता और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने ETV भारत से हाथियों की मौत मामले में खास बाचतीत की. इस दौरान रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ सरकार पर जमकर हमला बोला. सरगुजा इलाके में लगातार हो रहे हाथियों की मौत को लेकर बघेल सरकार और वन विभाग को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में राज्य सरकार के संरक्षण पर जंगलों की अवैध कटाई की जा रही है, जिसे रोकने की जरूरत है.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि हाथियों के संरक्षण के लिए विशेष तैयारी करने की जरूरत है, जिससे जो बचे हुए हाथी हैं, जो छत्तीसगढ़ की सुंदरता को बनाए रखे हैं, उन्हें बचाने की जरूरत है. उन्होंने कहा है कि सरगुजा में वर्षों से हाथी आते-जाते रहे हैं, लेकिन इस तरह से लगातार मौत होना चिंता का विषय है. दूसरे प्रदेशों में भी हाथियों की समस्या इससे कहीं ज्यादा है, लेकिन इस तरह से मौतें होना कहीं न कहीं चिंताजनक है.
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क्वॉरेंटाइन सेंटरों में हुई मौत पर भी सवाल
रामविचार नेताम ने कहा कि इस मसले को लेकर वह सदन में भी सवाल उठाएंगे. साथ ही कोविड-19 को लेकर छत्तीसगढ़ के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में व्यवस्था को लेकर भी उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोला है. रामविचार नेताम ने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए तमाम तरह के उपाय कर रही है. राज्य सरकार को भी चाहिए कि क्वॉरेंटाइन सेंटरों की व्यवस्था सुधारें. मरीजों को ऐसे बदहाल हालत में मरने के लिए न छोड़ा जाए. कई क्वॉरेंटाइन सेंटरों में सांप काटने से भी लोगों के मरने की खबर आई है, जो कि बेहद चिंताजनक है.
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हाथियों की मौत पर रामविचार नेताम ने जताई चिंता
बता दें कि रामविचार नेताम ने सरकार को हाथियों के मौत के मामले में घेरते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में गुरुवार को तीसरे दिन लगातार तीसरी हथिनी का शव मिला है. एक ही क्षेत्र में ही 3 हाथियों की मौत ने वन विभाग के ओर से किए जा रहे तमाम तरह के दावों की पोल खोल कर रख दी है. प्रदेश में हाथियों की लगातार मौत होना कहीं न कहीं चिंताजनक है, जिसपर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.