रायपुर: 1 मार्च को छत्तीसगढ़ का बजट पेश कर दिया गया है. बजट को लेकर अब तमाम नेता मंत्री और पूर्व मंत्रियों का बयान आना शुरू हो गया है. कुछ बजट के अच्छा तो कुछ औसत बता रहे हैं. विपक्ष के नेता बजट को खोखला भी बता रहे हैं.
इस बजट में अंग्रेजी के एक शब्द HEIGHT का जिक्र किया गया है. लोग अपने-अपने तरीके से इस शब्द को परिभाषित कर रहे हैं.
भूपेश बघेल ने HEIGHT के हर अक्षर से छत्तीसगढ़ में होने वाले विकास को परिभाषित किया है. HEIGHT के पहले अक्षर H से Holistic Development यानी समग्र विकास को परिभाषित किया गया है. E को ducation यानी सबके लिए समान शिक्षा और I से Infrastructure यानी विकास की पोषक अधोसंरचना के साथ G से गवर्नेंस यानी संवेदनशील और प्रभावी प्रशासन, H से Health यानी स्वस्थ तन सबसे बढ़ा धन और T से Transformation (बदलाव) यानी जनता के लिए शासन को परिभाषित किया गया है.
बघेल का HEIGHT
H- Holistic Development (समग्र विकास)
E- ducation (शिक्षा- सबके लिए समान अवसर)
I- Infrastructure (अधोसंरचना- विकास के पोषण)
G- Governance (प्रशासन- संवेदनशील एवं प्रभावी)
H- Health (स्वास्थ्य- स्वस्थ तन सबसे बड़ा धन)
T- Transformation (बदलाव-शासन जनता के लिए)
बघेल के बजट से बिलासपुर वासी गदगद
रमन का HEIGHT
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भूपेश बघेल सरकार के समग्र विकास यानी HEIGHT पर तंज कसा है. रमन सिंह ने HEIGHT की ये परिभाषा बताई:-
H– Hollow पूरी तरह खोखला बजट है, जनता के कल्याण, राज्य के आर्थिक विकास के बारे में मौन है.
E– Exclusionary बड़े वर्ग के लिए छोटा बजट. गरीब, युवा, बेरोजगार, महिला, अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए कुछ नहीं.
I– Imperfect पिछले साल के बजट में आंकड़े बदलकर पेश कर दिया गया है. सरकार की नीति और कार्य योजना का भाव बजट में दिख रहा है. बजट में शरीर को सुंदर दिखाया गया है, लेकिन मन और आत्मा नदारद है.
G– Governance Guilt सरकार के प्रशासनिक व्यय के बढ़ते भार का पोल खोलता बजट. प्रशासन पर खर्च बढ़ाने के बाद भी प्रदेश की जनता सुशासन को तरस रही है. कानून व्यवस्था पूरे प्रदेश में ध्वस्त हो चुकी है.
H– Horror डरा रहा है प्रस्तुत बजट के आंकड़े. राजकोषीय स्थिति बेकाबू हो रही है. जनकल्याण और विकास की योजनाओं पर असर पड़ सकता है.
T– Terrible, very Unpleasant- बजट किसी वर्ग को संतुष्ट करने वाला नहीं. किसानों को चुनावी घोषणा पत्र के वायदों का लाभ नहीं मिला. बेरोजगारों युवाओं से धोखा कर रही है सरकार.