रायपुर : छत्तीसगढ़ में संसदीय सचिव की नियुक्ति को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार के दौरान कांग्रेस ने जिन जिन चीजों का विरोध किया अब वे वही कर रहे हैं. कांग्रेस ने ना केवल सड़क में बल्कि सदन में इसका विरोध किया था. प्रदेश की जनता अब जान चुकी है कि ये सारे विरोध केवल राजनीति के लिए थे.
रमन सिंह ने प्रदेश में संसदीय सचिवों की नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने के लिए तीखा कटाक्ष किया. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भाजपा की सरकार के दौरान संसदीय सचिवों की नियुक्ति पर की गई सियासी नौटंकी और बीजेपी को अकारण बदनाम करने के लिए अब पूरे प्रदेश से माफी मांगनी चाहिए. इसके साथ ही इनके कैबिनेट मंत्री तो संसदीय सचिव की नियुक्ति को न्यायालय में ले जाकर लगातार विरोध करते रहे.
संसदीय सचिवों की नियुक्तियों को लेकर विपक्ष में रहते हुए मुख्यमंत्री बघेल तत्कालीन भाजपा प्रदेश सरकार के खिलाफ कोर्ट तक चले गए थे. आज सत्ता में आने के बाद वही बघेल अपनी सरकार के कामकाज को लेकर कांग्रेस में ही मचे घमासान को शांत करने के लिए संसदीय सचिवों की नियुक्ति करके जरा भी शर्म महसूस नहीं कर रहे हैं. इनकी फितरत ही यही हो चली है कि जिन कामों का विपक्ष में रहकर वे विरोध करते रहे, आज वही सारे काम वे खुद कर रहे हैं.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 15 संसदीय सचिवों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संसदीय सचिवों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. संसदीय सचिवों को शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों के साथ अटैच करके काम भी बांट दिए गए हैं.