रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं, व्यापारियों और वरिष्ठ अधिकारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापों का मामला गरमाता जा रहा है. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान तेज है. दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने छत्तीसगढ़ में आईटी कार्रवाई पर मोदी सरकार को घेरा. इस मुद्दे पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस पर पलटवार किया और कहा कि 'इतनी बौखलाहट क्यों है, मुझे समझ नहीं आ रहा. यहां 69 विधायक हैं और 4-5 अधिकारियों के यहां छापा पड़ने से ऐसी छटपटाहट क्यों, और किसके लिए हो रही है? यह मैं नहीं समझ पा रहा. मैने इतनी बौखलाहट कभी नहीं देखी. यहां से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस हिल गई है.'
उन्होंने कहा कि, 'इस प्रश्न का जवाब नहीं मिल पा रहा है कि अधिकारियों के घर छापा मारने से सरकार को कैसे खतरा पड़ रहा है. शहर के अधिकारियों के खिलाफ यदि भ्रष्टाचार के आरोप में आईटी विभाग जांच कर रही है, तो सरकार को इसमें क्या हो रहा है. यदि किसी के पास अघोषित संपत्ति मिलती है, तो उस पर केस बनेगा.आईटी का छापा तो एक सामान्य प्रक्रिया है.'
'कई बार की गई छापे की कार्रवाई'
रमन सिंंह ने कहा, 'छत्तीसगढ़ में कई बार कार्रवाई की गई. पुलिस और CRPF में कोई अंतर है क्या? छत्तीसगढ़ में कई बार आईटी की रेड हुई है. इसमें इस प्रकार का बड़ा तूफान मचाना, इस पर सुरजेवाला का कहना कि सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है. यह केवल कार्रवाई हो रही है. आईटी एक्ट के तहत इस पर कार्रवाई होगी.'
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'पनामा पेपर लीक मामले में बोले रमन'
रणदीप सुरजेवाला के पनामा लीक्स मामले में आरोप को लेकर रमन ने कहा, 'उनको मूल विषय पता ही नहीं है. भूपेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद कई बार कैबिनेट की बैठक में कई मामलों में एसआईटी का गठन कर जांच की गई. वैसे ही इस पूरे मामले में दूध का दूध, पानी का पानी हो चुका है.'