रायपुर: कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ EOW में शिकायत की है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने EOW में अपने खिलाफ हुई शिकायत को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा निर्वाचन आयोग में जो डिटेल्स दी गई हैं, उन्हें कोई भी देख सकता है. रमन ने कहा कि वह जब बात करते हैं तो पूरे दस्तावेजों को साथ लेकर बात करते हैं. पूर्व सीएम ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल के बारे में बात करने पर 2 घंटे भी कम पड़ जाएंगे.
रमन सिंह ने कहा कि तीन बार के चुनाव के डिटेल्स जो निर्वाचन आयोग में उन्होंने दिए हैं, उसे कोई भी देख सकता है. उन्होंने कहा कि EOW में शिकायत करना और उनपर आरोप लगाना बेफिजूल है. बता दें कि कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक सिंह के खिलाफ EOW में शिकायत की है. विनोद तिवारी का आरोप है कि रमन सिंह ने अलग-अलग निर्वाचन के दौरान प्रस्तुत किए गए आवेदन पत्र और शपथ पत्र में झूठी भ्रामक जानकारियां देकर ना केवल निर्वाचन आयोग को गुमराह किया है, बल्कि शासन को करोड़ों के राजस्व की हानि भी पहुंचाई है.
कांग्रेस नेता ने की EOW में शिकायत
विनोद तिवारी का आरोप है कि पूर्व सीएम रमन सिंह ने निर्वाचन आयोग को जो जानकारी दी थी, उसमें बताया गया था कि साल 2008 में सोने का दाम 43 हजार रुपए तोला है, जबकि उस समय सोने का दाम 20 से 22 हजार रुपए था. इस तरह रमन सिंह ने निर्वाचन आयोग के साथ भी धोखाधड़ी की है और झूठा शपथ पत्र प्रदर्शित किया है.
पढ़ें-पूर्व सीएम रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक के खिलाफ EOW में शिकायत
कांग्रेस नेता का आरोप है कि निर्वाचन आयोग की साइट पर जो शपथ पत्र अपलोड किया गया है, उसमें दर्शाया गया है कि उनके पास सिर्फ 56 तोला सोना है, जिसके बाद आज के समय में उनके पास 300 तोला सोना जमा हो गया है. इसी तरह उनके परिवार में बेटे अभिषेक सिंह की संपत्ति में भी बढ़ोतरी हुई है.
कांग्रेस नेता ने की जांच की मांग
कांग्रेस नेता का आरोप है कि रमन सिंह ने जो शपथ पत्र दिया है, उसमें एक करोड़ रुपए से 5 करोड़ रुपए की संपत्ति बढ़ गई. वहीं उनके परिवार के अन्य सदस्यों की संपत्ति भी बढ़ गई है. विनोद तिवारी का कहना है कि इन सबके अलावा रमन सिंह के पास जो भी अवैध संपत्ति है वो सब कहां से आई है, इसका कारण भी नहीं बताया है. इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की बेनामी संपत्ती और सभी तरह की प्रॉपर्टी की जांच की मांग की है.