रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि विधानसभा में एक महत्वपूर्ण विषय धर्मांतरण को लेकर स्थगन दिया गया था और इस पर ध्यान आकर्षित किया गया. स्थगन पर चर्चा की मांग की गई. रमन सिंह ने कहा कि धर्मांतरण से छत्तीसगढ़ की डेमोग्राफी बदल रही है.
रमन सिंह ने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश में धर्मांतरण की रफ्तार बढ़ी है. आरक्षित जनजाति बैगा समारू से सैमुअल और मंगलू से माइकल हो गया. फिर भी मुख्यमंत्री पूछते हैं कि धर्मांतरण कहां हो रहा है? पूरी की पूरी डेमोग्राफी बदलती जा रही है.
नारायणपुर में जनजाति के सबसे पिछड़े लोग यानी अबूझमाड़िया में भी 20 से 30% धर्मांतरण हो रहा है. जबकि उनका धर्मांतरण नहीं किया जा सकता. यह अपराध है. बैगाओं का धर्मांतरण किया जा रहा है. बड़े-बड़े चर्च बनते जा रहे हैं. यह संकट का विषय है. रोहिंग्या संकट का विषय है. बांग्लादेश से घुसपैठिए आ रहे हैं.
डॉ रमन सिंह ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने पूरी शक्ति के साथ न सिर्फ सरगुजा में बल्कि बस्तर और अन्य क्षेत्रों में धर्मांतरण रोकने का काम किया है. लेकिन आज यह हो रहा है कि न केवल अनुसूचित जाति जनजाति बल्कि ओबीसी और सामान्य वर्ग के लोगों का भी बलपूर्वक या धन देकर धर्मांतरण हो रहा है. हम लोगों की सरकार में सख्त निर्देश दिए गए थे. बड़ी कार्रवाई की गई.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन धर्मांतरण का मुद्दा गूंजा. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को राज्य में बसाया जा रहा है. आदिवासी संस्कृति खत्म करने की साजिश चल रही है. सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण चल रहा है. नया रायपुर में एक अधिकारी इस काम में लगे हैं. सुकमा के एसपी ने इसे लेकर पत्र लिखा था. उनके पत्र लिखने के बाद उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है. मेरी विधानसभा में ढाई सालों में पांच हजार लोगों को बसा दिया गया.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पहले सिर्फ वनवासी क्षेत्रों तक ये सीमित था लेकिन आज मैदानी इलाको में भी धर्मातरण तेजी से फैल रहा है. अम्बिकापुर के महामाया पहाड़ में देश के बाहर के लोगों को लाकर बसाया गया है. ये संस्कृति को नष्ट करने वाले लोग हैं. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर जांच की जानी चाहिये.
शिवरतन शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश में सुनियोजित ढंग से धर्मांतरण का काम चल रहा है. मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में ही धर्मातरण का काम चल रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने सरगुजा कलेक्टर को पत्र लिखा कि महामाया पहाड़ में रोहिंग्या को बसाया जा रहा है, इस पर कार्रवाई करें. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य में लोग समारु से सेम्युअल हो रहे हैं. क्या इस सरकार को खुली छूट दे दी जाये कि प्रिमैटिव ट्राइब को कनवर्ट कर दिया जाये. इस स्थिति की चिंता की जानी चाहिये.
अजय चंद्राकर ने कहा कि ये गम्भीर स्थिति है. नियोगी कमीशन बना था कि जशपुर में धर्मांतरण बहुत हो रहा है. इस कमीशन को पंडित रविशंकर शुक्ला ने बनाया था. वह कांग्रेस के ही थे. ये सरकार उस कमीशन के एक सुझाव का भी पालन नहीं करा रही. मिशनरी धर्म परिवर्तित करने वाले लोगों को प्रतिबंधित करने जैसी कई अनुशंसा है. मुख्यमंत्री यदि धर्मातरण को लेकर गवाही मांगते हैं और स्वास्थ्य मंत्री कलेक्टर को पत्र लिखते हैं तो क्या ये गवाही नहीं है? सवाल इस बात का है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी चीजों की आड़ में धर्मांतरण होना और उस पर सरकार का संरक्षण मिलना. छत्तीसगढ़ का चरित्र बदल जायेगा.
जेसीसी विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि इस स्थगन में किसी जाति विशेष को लेकर टिप्पणी नहीं की गई है. क्या रोहिंग्या मुसलमानों और बांग्लादेशी मुसलमानों को छत्तीसगढ़ में बसाने का आदेश दिया है? आने वाली पीढ़ी सवाल करेगी. इस पर सरकार को गम्भीर होना चाहिये. एसपी यदि पत्र लिख रहा है तो क्या उसे संज्ञान में नहीं लिया जाना चाहिये. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ ही है. यहां के लोग शांत हैं. इनके लिए ही शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्था करनी है. फिर कहां से ये लोग आ रहे हैं. आज इस स्थिति को नहीं रोका गया तो छत्तीसगढ़ को बंगाल और असम बनने से कोई नहीं रोक सकता. मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि यदि बाहर से आ रहे हैं तो हम रोकेंगे या केंद्र रोकेगा.