रायपुर : प्रदेश में स्काई वॉक के निर्माण और अब उसे तोड़े जाने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इसी बीच बीजेपी सरकार में पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर रहे राजेश मूणत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्काई वॉक के निर्माण की वजह बताई.
उन्होंने बताया कि, 'स्काईवॉक के निर्माण के पहले सर्वे कराया गया था और सर्वे के मुताबिक इस जगह से हजारों लोग पैदल आते-जाते हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए इस स्काईवॉक की आवश्यकता महसूस की गई और बाद में इसके निर्माण कार्य शुरू किया गया.
'पहले किसी ने नहीं किया विरोध'
राजेश मूणत ने कहा कि, 'जब इस स्काईवॉक के निर्माण को लेकर निर्णय लिया गया, उस समय न तो महापौर प्रमोद दुबे ने इसका विरोध किया और न ही सदन में कांग्रेस द्वारा इसका विरोध किया गया'. हालांकि मूणत ने रेणु जोगी द्वारा सदन में इस मामले को लेकर सवाल उठाए जाने की बात जरूर कही.
'SIT गठित कर जांच करवा ले सरकार'
साथ ही मूणत ने स्काईवॉक निर्माण मामले में भ्रष्टाचार किए जाने के कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि, 'यदि इस मामले में भ्रष्टाचार किया गया है तो सरकार एसआईटी गठित कर जांच करवा ले'.
'विपक्ष की भूमिका निभाने तैयार है बीजेपी'
राजेश मूणत ने कहा कि, 'स्काई वॉक लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा'. उन्होंने कहा कि, 'कुछ चीजों का विरोध विरोधी पार्टियों द्वारा पूर्व में भी किया जाता रहा है, लेकिन उसके निर्माण के बाद उसकी उपयोगिता को देखते हुए विरोध बंद कर दिया गया है, क्योंकि इसका भी निर्माण यदि हो गया होता तो शायद आज कांग्रेस इस तरह से उसे मुद्दा नहीं बनाती'. साथ ही मूणत ने कहा कि, 'स्काई वॉक तुड़वाने का निर्णय यदि सरकार लेती है तो बीजेपी विपक्ष की भूमिका निभाने को तैयार है'.
स्काई वॉक तोड़ सकती है सरकार
बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संकेत दिए थे कि स्काईवॉक को लेकर जनता की राय के अनुरूप काम किया जाएगा और ज्यादातर लोगों ने इसे अनुपयोगी बताया है और यही वजह है कि अब सरकार इसे तोड़ने का मन बना सकती है.