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गृह मंत्री पदक से सम्मानित दिव्या शर्मा ने कहा अपराध के साथ साथ पुलिसिंग भी बदल रही

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Published : Aug 13, 2022, 4:52 PM IST

Updated : Aug 13, 2022, 7:09 PM IST

रायपुर की सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया जाएगा. इस पुरस्कार के बाद दिव्या शर्मा से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की है.

Divya Sharma
दिव्या शर्मा

रायपुर: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्कृष्ट जांच करने वाले देश भर के अलग अलग राज्यों के 151 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों का चयन किया है. इस पुरस्कार को छत्तीसगढ़ के तीन पुलिस अधिकारियों को दिया गया है. जिनमें रायपुर के तेलीबांधा थाने में पदस्थ उप निरीक्षक दिव्या शर्मा भी शामिल है. ईटीवी भारत ने सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा?

सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा से खास बातचीत

सवाल: आपको केंद्रीय गृह मंत्री पदक मिला है, कैसा महसूस कर रही हैं?

जवाब: मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मैं इसके लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों और परिवार के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगी, जिनके सहयोग से आगे बढ़ी.

सावल:आपने किस केस में उत्कृष्ट जांच की थी?

जवाब: इस प्रकरण में पीड़िता की मां ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था. मैंने बच्ची को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा. पीड़िता की मां की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, तो पुलिस द्वारा बच्ची को कस्टडी में लेकर इलाज करवाया गया. अस्पताल से ठीक होने के बाद बच्ची को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बच्चे के लालन पालन और शिक्षा दीक्षा के लिए उसे एसओएस माना में रखा गया. इस मामले में पीड़िता का ही सौतेला पिता आरोपी था. यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चला. कोर्ट ने आरोपी सौतेले पिता को मृत्यु होने तक जेल में रहने की सजा सुनाई.

सवाल: आपको छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण सम्मान से भी सम्मानित किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भी पुरस्कार मिलना है. अब आगे क्या नया करने की योजना है?

जवाब: आगे अच्छा काम करते रहेंगे. अधिकारियों ने जो विश्वास किया है, उसमें खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगी.

यह भी पढ़ें:आजादी के अमृत महोत्सव पर रायपुर में नेशनल लोक अदालत

सवाल: महिला पुलिस अधिकारी होने के नाते बहुत सी चुनौतियां होती हैं. घर और थाने की जिम्मेदारी, इन दोनों को कैसे मैनेज करती हैं?

जवाब: मेरे पति मेरे बैक बोन हैं. उनके सपोर्ट से सारा काम हो पाता है. मैं जब पुलिस स्टेशन में रहती हूं, तो वे घर पर रहते हैं और बच्चों की देखभाल करते हैं. कोई मुझपर विश्वास करता है, तो उनके विश्वास पर खरा उतरना मेरी आदत है. मेरे वरिष्ठ अधिकारी मुझ पर विश्वास कर अगर कोई काम देते हैं तो उस काम को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर वह काम पूरा करना है यह मेरी मंशा होती है. इन कार्यों की यही परिणीति है कि आज केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पुरस्कार में मेरा नाम भी शामिल है.

सवाल: महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं घटती रहती हैं. महिला दुष्कर्म के मामले कम नहीं हो रहे, ऐसे में समाज को किस दिशा में सोचने की आवश्यकता है?

जवाब: रायपुर पुलिस द्वारा पिंक गस्त की शुरुआत की गई है. ऐसे जरिए हम महिलाओं से मिलते हैं और महिलाओं से संबंधित अपराधों से कैसे निजात मिल सकता है और महिलाएं कहां शिकायत कर सकती हैं? इन सभी चीजों के बारे में महिलाओं को बताया जाता है. ज्यादा से ज्यादा शेयर करने का काम किया जा रहा है. ताकि महिलाओं को अपराध के खिलाफ न्याय मिल सके. जिस तरह से न्यायालय द्वारा अपराधों में सजा दी जा रही है और इससे अपराधो में कमी आई है. कोई भी आज के दौर में अपराध करने से भी डरते है.

सवाल: आज के समय में अपराध का ट्रेंड भी चेंज हो रहा है. अब अपराधिक घटनाओं में महिलाओं की भी संलिप्तता है?

जवाब: जिस तरह से अपराध का ट्रेंड बदल रहा है, वैसे-वैसे पुलिसिंग भी चेज हो रही है. ऐसे अपराध देखने को मिल रहे हैं, जिनमें कई अपराधों में महिलाओं की भी संलिप्तता नजर आती है. अपराधियों को कंट्रोल करने का प्रयास लगातार पुलिस विभाग द्वारा की जा रही है.

सवाल: महिलाओं को आप क्या संदेश देना चाहेंगी?

जवाब: महिलाओं को यही संदेश देना चाहूंगी कि महिलाएं आगे आएं और मेहनत करें. मेहनत के कारण मुझे सफलता मिली है. वैसे ही मेहनत कर सभी महिलाएं सफल हों. महिलाओं को किसी भी चीजों से डरने की जरूरत नहीं है. अगर किसी भी महिला के साथ अपराध हो रहा है तो वह पुलिस के पास जाकर सीधे अपनी समस्या बताएं.

रायपुर: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्कृष्ट जांच करने वाले देश भर के अलग अलग राज्यों के 151 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों का चयन किया है. इस पुरस्कार को छत्तीसगढ़ के तीन पुलिस अधिकारियों को दिया गया है. जिनमें रायपुर के तेलीबांधा थाने में पदस्थ उप निरीक्षक दिव्या शर्मा भी शामिल है. ईटीवी भारत ने सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा?

सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा से खास बातचीत

सवाल: आपको केंद्रीय गृह मंत्री पदक मिला है, कैसा महसूस कर रही हैं?

जवाब: मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मैं इसके लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों और परिवार के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगी, जिनके सहयोग से आगे बढ़ी.

सावल:आपने किस केस में उत्कृष्ट जांच की थी?

जवाब: इस प्रकरण में पीड़िता की मां ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था. मैंने बच्ची को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा. पीड़िता की मां की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, तो पुलिस द्वारा बच्ची को कस्टडी में लेकर इलाज करवाया गया. अस्पताल से ठीक होने के बाद बच्ची को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बच्चे के लालन पालन और शिक्षा दीक्षा के लिए उसे एसओएस माना में रखा गया. इस मामले में पीड़िता का ही सौतेला पिता आरोपी था. यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चला. कोर्ट ने आरोपी सौतेले पिता को मृत्यु होने तक जेल में रहने की सजा सुनाई.

सवाल: आपको छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण सम्मान से भी सम्मानित किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भी पुरस्कार मिलना है. अब आगे क्या नया करने की योजना है?

जवाब: आगे अच्छा काम करते रहेंगे. अधिकारियों ने जो विश्वास किया है, उसमें खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगी.

यह भी पढ़ें:आजादी के अमृत महोत्सव पर रायपुर में नेशनल लोक अदालत

सवाल: महिला पुलिस अधिकारी होने के नाते बहुत सी चुनौतियां होती हैं. घर और थाने की जिम्मेदारी, इन दोनों को कैसे मैनेज करती हैं?

जवाब: मेरे पति मेरे बैक बोन हैं. उनके सपोर्ट से सारा काम हो पाता है. मैं जब पुलिस स्टेशन में रहती हूं, तो वे घर पर रहते हैं और बच्चों की देखभाल करते हैं. कोई मुझपर विश्वास करता है, तो उनके विश्वास पर खरा उतरना मेरी आदत है. मेरे वरिष्ठ अधिकारी मुझ पर विश्वास कर अगर कोई काम देते हैं तो उस काम को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर वह काम पूरा करना है यह मेरी मंशा होती है. इन कार्यों की यही परिणीति है कि आज केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पुरस्कार में मेरा नाम भी शामिल है.

सवाल: महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं घटती रहती हैं. महिला दुष्कर्म के मामले कम नहीं हो रहे, ऐसे में समाज को किस दिशा में सोचने की आवश्यकता है?

जवाब: रायपुर पुलिस द्वारा पिंक गस्त की शुरुआत की गई है. ऐसे जरिए हम महिलाओं से मिलते हैं और महिलाओं से संबंधित अपराधों से कैसे निजात मिल सकता है और महिलाएं कहां शिकायत कर सकती हैं? इन सभी चीजों के बारे में महिलाओं को बताया जाता है. ज्यादा से ज्यादा शेयर करने का काम किया जा रहा है. ताकि महिलाओं को अपराध के खिलाफ न्याय मिल सके. जिस तरह से न्यायालय द्वारा अपराधों में सजा दी जा रही है और इससे अपराधो में कमी आई है. कोई भी आज के दौर में अपराध करने से भी डरते है.

सवाल: आज के समय में अपराध का ट्रेंड भी चेंज हो रहा है. अब अपराधिक घटनाओं में महिलाओं की भी संलिप्तता है?

जवाब: जिस तरह से अपराध का ट्रेंड बदल रहा है, वैसे-वैसे पुलिसिंग भी चेज हो रही है. ऐसे अपराध देखने को मिल रहे हैं, जिनमें कई अपराधों में महिलाओं की भी संलिप्तता नजर आती है. अपराधियों को कंट्रोल करने का प्रयास लगातार पुलिस विभाग द्वारा की जा रही है.

सवाल: महिलाओं को आप क्या संदेश देना चाहेंगी?

जवाब: महिलाओं को यही संदेश देना चाहूंगी कि महिलाएं आगे आएं और मेहनत करें. मेहनत के कारण मुझे सफलता मिली है. वैसे ही मेहनत कर सभी महिलाएं सफल हों. महिलाओं को किसी भी चीजों से डरने की जरूरत नहीं है. अगर किसी भी महिला के साथ अपराध हो रहा है तो वह पुलिस के पास जाकर सीधे अपनी समस्या बताएं.

Last Updated : Aug 13, 2022, 7:09 PM IST

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