रायपुर: राजधानी के डीडी नगर थाना अंतर्गत शुक्रवार की रात लगभग 9:00 बजे के आसपास कारोबारी सिद्धार्थ आस्टकर का सरेआम अपहरण हो गया. जैसे फिल्मों में होता है, ठीक उसी तरह बदमाशों का एक गैंग कारोबारी को घेरकर एक एसयूवी गाड़ी में बैठाकर ले गए और कोई कुछ नहीं कर सका. जिसके बाद पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी कर दी और दूसरे जिलों को भी इसकी सूचना दे दी गई थी. देर रात लगभग 1:00 बजे के आसपास कवर्धा में अपहृत कारोबारी युवक को पुलिस ने बरामद कर लिया लेकिन आरोपी फरार हो गए.
रायपुर में फिल्मी स्टाइल में अपहरण: डीडी नगर थाना अंतर्गत सुंदर नगर में कारोबारी सिद्धार्थ का इंटीरियर प्रोडक्ट की दुकान है. देर शाम कारोबारी अपने आउटलेट में बैठा हुआ था. उसके साथ दुकान का कर्मचारी भी था. तभी अचानक दुकान के बाहर एक एसयूवी गाड़ी आकर रुकी. गाड़ी से तीन से चार युवक उतरे और दुकान में अंदर आने के बाद कारोबारी सिद्धार्थ के साथ बदसलूकी करने के साथ ही मारते पीटते उसे अपने साथ लेकर चले गए. इस दौरान दुकान का कर्मचारी भी मौजूद था. आरोपियों का गैंग कारोबारी को एसयूवी गाड़ी में बैठाकर वहां से फरार हो गए. दुकान में मौजूद कर्मचारी ने इसकी सूचना घरवालों को दी. घरवाले तुरंत थाने पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी दी. पुलिस ने आरोपी युवक की तलाश शुरू की.
पुलिस ने पहले शहर में नाकेबंदी करने के साथ ही दूसरे जिलों को भी इसकी सूचना दी. देर रात लगभग 1 बजे के आसपास अपहृत युवक सिद्धार्थ को पुलिस ने कवर्धा में बरामद किया. लेकिन आरोपी फरार हो गए. उनकी तलाश की जा रही है. एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि अपहृत कारोबारी से पुलिस घटना के संबंध में पूछताछ कर रही है. पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हो सकेगा.
अपहरण की इस घटना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम यूनिट की टीम को भी सतर्क कर दिया गया था. लाखे नगर पुरानी बस्ती टिकरापारा जैसे इलाकों में नाकेबंदी करने के साथ ही पुलिस ने हर आने जाने वाली गाड़ियों की तलाशी भी ली. दुकान के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी चेक किया गया. कारोबारी सिद्धार्थ का अपहरण करने के पीछे क्या कारण है. यह बात अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई है. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि रुपयों के लेनदेन की वजह से कारोबारी सिद्धार्थ का अपहरण किया गया होगा. इस पूरे मामले का खुलासा पुलिस शनिवार को कर सकती है.