रायपुर: महासमुंद में एक पत्रकार के खिलाफ दर्ज राजद्रोह के मामले को मुख्यमंत्री ने वापस लेने का निर्देश दिए हैं.
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हर किसी के पास अभिव्यक्ति की आजादी है. किसी को अपनी बात रखने के लिए उसके ऊपर राजद्रोह जैसा केस नहीं लगाया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अभिव्यक्ति की आजादी के पक्षधर हैं और प्रदेश में किसी को इसके लिए दोषी नहीं करार दिया जा सकता है.
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महासमुंद में गिरफ्तार पत्रकार के बारे में कहा कि फिलहाल मामले की उन्हें पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन अगर उसके खिलाफ 124 A के तहत कार्रवाई हुई है तो उसे तुरंत वापस लिया जाएगा.
- मुख्यमंत्री ने पत्रकार नसीहत देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी हर किसी को है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल न करें. पत्रकारों को गलत खबरें नहीं दिखानी चाहिए. इससे समाज पर गलत असर पड़ता है.
दरअसल, महासमुंद में एक पत्रकार ने 50 गांवों में 48 घंटे से ब्लैक आउट की खबर चलाई थी. जिसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था. जिसमें गलत जानकारी देने और लोगों को भ्रमित करने के लिए पत्रकार के खिलाफ राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया गया था.