रायपुर: प्रतिस्पर्धा के इस दौर में हर कोई खूबसूरत दिखना चाहता है. हर क्षेत्र में खुद को पर्फेक्ट बनाना चाहता है. आपका चेहरा आपकी खूबसूरती को प्रस्तुत करने में मुख्य भूमिका निभाता है. साफ सुथरा और ग्लोइंग चेहरा हर किसी के प्राथमिकता में शामिल होता है. लेकिन भारत एक ऐसा देश है, जहां पर अलग अलग रंग रूप के लोग मिलते हैं. उन्हें अलग-अलग तरह की त्वचा संबंधी समस्या भी होती है. जिसमें आधे से ज्यादा त्वचा संबंधी समस्या की वजह है सूर्य की पराबैंगनी किरणें. इन्हीं समस्याओं में से एक है पिगमेंटेशन. त्वचा के रंग का एक समान ना होना पिगमेंटेशन कहलाता है.
क्या होता है पिगमेंटेशन: पिगमेंटेशन को हिंदी में रंजकता कहते हैं. अर्थात आपकी त्वचा का रंग कहीं पर गहरा, तो कहीं पर हल्का होने लगता है. किसी के चेहरे पर यह धब्बे गहरी, तो किसी के चेहरे पर कम गहरे होते है. वैसे यह बहुत सादा हानिकारक समस्या नहीं है, लेकिन कुछ केस में इसके समाधान के लिए लेजर ट्रीटमेंट भी दिया जाता है. झाइयों की समस्या मेलाजमा की समस्या पीआईएच संबंधित समस्या इत्यादि पिगमेंटेशन का ही भाग है.
कितने प्रकार के होते हैं पिगमेंटेशन:
- हाइपोपिगमेंटेशन.
- हाइपरपिगमेंटेशन.
हाइपरपिगमेंटेशन में त्वचा के एक हिस्से का रंग अन्य हिस्सों से थोड़ा गहरा होता है. चेहरे के पूरे हिस्से का रंग प्राकृतिक रंग होता है, तो कुछ जगह के रंग थोड़े काले हो जाते हैं. इसके अलावा त्वचा पर धब्बे भी पड़ जाते हैं. इसकी मुख्य वजह है त्वचा में मेलेनिन का स्तर बढ़ जाना. लेकिन यह एक सामान्य समस्या है. भारत में 90% लोगों को इस तरह की समस्या रहती है.
"अनइवन स्किन, यानि कि आपके स्कीन का कोई एरिया बहुत ज्यादा डार्क हो या बहुत ज्यादा वाइट हो, तो उसे पिगमेंटेशन कहा जाता है. पिगमेंटेशन ज्यादातर 25 से 35 की उम्र में महिलाओं में सबसे ज्यादा देखने को मिलता है. जिन महिलाओं को धूप में ज्यादा घूमना होता है या प्रेग्नेंसी के दौरान भी महिलाओं को पिगमेंटेशन की समस्या हो सकते हैं." - शिवांगी भूमरा, कॉस्मेटोलॉजिस्ट
पिगमेंटेशन के घरेलू इलाज: पिगमेंटेशन के घरेलू इलाज बहुत सारे हैं, जिसमें पहला है दही. जो कि सबके घरों में होता है. दही मैं बेसिकली लैक्टिक एसिड होता है. एक तरह का एक्सफोलिएटिंग एजेंट है. जो आपके स्किन में मौजूद डेड स्किन की परत को हटाता है. यह आपकी स्किन में मॉस्चर को लॉक भी करता है. आपके स्किन को और भी ज्यादा हाइड्रेट और युज फुल लुक देता है. दूसरा आप अपने फेस पर ग्रीन टी के बैग भी यूज कर सकते हैं. ग्रीन टी अच्छा एंटीऑक्सीडेंट अल्टरनेटिव है. ग्रीन टी बनाकर उसे अपने फेस पर लगा सकते हैं.
पिगमेंटेशन से बचाव के उपाय:
- धूप में निकलने से बचें.
- धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें.
- एसपीएस 50सनस्क्रीन लगाएं.
- अच्छे कंपनी का फेस वाश यूज करें.
- दही का इस्तेमाल करें.
- पर्याप्त मात्रा में पानी पियें.
- ग्रीन टी फेस पर लगायें.