रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने केंद्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की. इस केंद्रीय कार्यकारिणी में छत्तीसगढ़ से तीन नेताओं रमन सिंह, सरोज पांडे और लता उसेंडी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. यह माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह नियुक्तियां की है. रमन सिंह पहले से ही पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. अब छत्तीसगढ़ से 2 महिलाओं का नाम शामिल होने पर राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा जोरों पर है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का कहना है कि रमन सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. दो अन्य लोगों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पार्टी ने बनाया है. दोनों हमारे महिला नेता सरोज पांडे और लता उसेंडी बहुत ही मेहनती और अनुभवी नेता है. निश्चित रूप से उनके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने से पार्टी को मजबूती मिलेगी, पार्टी की ताकत बढ़ेगी. ना केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि देश में भी. छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी का प्रभाव बढ़ेगा.
महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रही भाजपा: साव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं को राजनीति में खूब आगे बढ़ाने का काम किया है. आज देश का वित्त मंत्रालय एक महिला के हाथ में है. हमेशा भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने का काम किया है. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी में छत्तीसगढ़ की दो बहनों को स्थान मिला है. छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में बेहद खुशी है. निश्चित तौर पर भारतीय जनता पार्टी को इसका लाभ प्रदेश में और देश में मिलेगा.
एक बार फिर आदिवासी का अपमान: राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की सूची में छत्तीसगढ़ से लता उसेंडी का नाम तीसरे स्थान में रखने पर कांग्रेस ने इसे आदिवासियों का अपमान करार दिया. कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ही आदिवासियों का अपमान करती आई है. विश्व आदिवासी दिवस के दिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को हटाया गया. अब लता उसेंडी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. सूची में उनका नाम तीसरे नंबर पर है.
ठाकुर ने कहा कि रमन सिंह पहले से ही उपाध्यक्ष थे. सरोज पांडे पहले से ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी में थी, इससे यह समझ आता है कि भारतीय जनता पार्टी के पास आदिवासी वर्ग को लेकर क्या सोच है? और किस प्रकार से भी आदिवासी वर्ग की चिंता करते हैं. लता उसेंडी को अगर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है तो सूची में उनका नाम पहले होना चाहिए था. भारतीय जनता पार्टी के मन में जो खोट है वह सामने आ जाता है.
चुनाव पास आने पर आई आदिवासियों की याद: छत्तीसगढ़ में चुनाव में प्रभाव के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के बीच है. आदिवासी वर्ग के लिए काम कर रही है. हमारी सरकार में आदिवासियों को प्रतिनिधित्व मिला है. छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. भाजपा के 15 साल के शासनकाल के दौरान बस्तर में आदिवासी वर्ग के ऊपर अत्याचार हुए है. अब जब चुनाव पास आ रहे हैं तो भारतीय जनता पार्टी को आदिवासी वर्ग की चिंता हो रही है. छत्तीसगढ़ से भाजपा के तीन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने पर कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
तीन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से छत्तीसगढ़ में भाजपा को मिलेगी मजबूती: वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक अनिरुद्ध दुबे ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी का फोकस शुरुआती दौर से ही बस्तर में हैं. भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व लगातार बस्तर का दौरा कर रहा है. इस दौरान उन्हें लता उसेंडी की उपयोगिता के बारे में पता चला. लता उसेंडी बस्तर से आती हैं. जमीनी स्तर में लता उसेंडी पार्टी के लिए लगातार काम कर रही है. बस्तर में पार्टी कमजोर है, इस वजह से लता उसेंडी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है.
सरोज पांडे को लेकर दुबे ने कहा कि दुर्ग भिलाई क्षेत्र में उनका अपना वजन है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी क्षेत्र है. बस्तर के बाद पार्टी की नजर दुर्ग पर है. इस वजह से सरोज पांडे को कमान सौंपी गई है.
रमन सिंह का अपना एक प्रभाव है. उनके साथ आज भी बहुत सारे लोग खड़े हुए हैं. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं. छत्तीसगढ़ राज्य बना था उस समय केंद्र में वे मंत्री भी थे. उनकी अपनी कहानी है और उनकी अपनी ऊंचाई है. निशित रूप से आने वाले विधानसभा चुनाव में तीनों नेता अग्रणी भूमिका निभाते नजर आएंगे.
छत्तीसगढ़ से दो महिला नेताओं को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल करने के दो मायने निकलते हैं. लता उसेंडी को शामिल करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने यह मैसेज दिया है कि उन्होंने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में आदिवासी को स्थान दिया. वही दूसरा मैसेज ये कि भारतीय जनता पार्टी महिलाओं के सशक्तिकरण की पक्षधर है. वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे
कौन हैं सरोज पांडे: छत्तीसगढ़ भाजपा में सरोज पांडे का नाम महिला भाजपा नेताओं में सबसे टॉप पर आता है. उनका राजनीतिक जीवन काफी लंबा रहा है. वे एक मुखर नेत्री हैं और तेज तर्रार नेत्री है. सरोज पांडे छात्र राजनीति के दौरान बहुत मुखर थी. भारतीय जनता पार्टी में आने के बाद दुर्ग से महापौर चुनी गई. अपने कार्यकाल में वे तेज तर्रार महापौर मानी जाती थी. 2013 के विधानसभा का चुनाव उन्होंने जीता. 2014 से लोकसभा का चुनाव लड़ाया गया. उसमें वे जीतकर आई और सांसद बनी. वह भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही, और वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं.
लता उसेंडी: छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रही है. उसी दौरान उनका नाम भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा. विधायक का टिकट मिलने के बाद वह चुनाव जीतकर आई और छत्तीसगढ़ की महिला बाल विकास मंत्री रही. उनके कार्यकाल के दौरान उनका परफॉर्मेंस अच्छा माना जाता था. बस्तर पर जमीनी स्तर में लता उसेंडी पार्टी के लगातर काम कर रही है.