रायपुर: सावन के अंतिम और 8वें सोमवार को शिवालयों में दिनभर भक्तों की भीड़ उमड़ती रही. आज सोम प्रदोष व्रत भी है. रायपुर के मां महामाया मंदिर में भी भक्तों की लंबी कतार लगी रही. खास बात यह है कि सावन के अंतिम सोमवार को महामाया मंदिर में 11 हजार पार्थिव शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक किया गया. पहले मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग बनाए गए. फिर शिवजी का रुद्राभिषेक किया गया.
11 हजार पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक: रायपुर के सिद्धपीठ मां महामाया मंदिर के सत्संग भवन में समग्र ब्राह्मण परिषद की ओर से रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया. पार्थिव शिवलिंग बनाकर लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद रुद्राभिषेक किया. पार्थिव शिवलिंग पर किसी ने दूध, तो किसी ने जल से अभिषेक किया. इस दौरान पंडितों ने रुद्राष्टाध्यायी का पाठ किया.
परिषद पिछले तीन सालों से कर रहा अभिषेक: समग्र ब्राह्मण परिषद के प्रदेश प्रवक्ता आरती उपाध्याय ने बताया, "समग्र ब्राह्मण परिषद की ओर से सावन में हर साल पार्थिव शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक किया जाता है. रुद्राभिषेक के अलावा जनेऊ संस्कार का कार्यक्रम भी समग्र ब्राह्मण परिषद की ओर से किया जाता है." वहीं, समग्र ब्राह्मण परिषद के समन्वयक शैलेंद्र रिछारिया ने बताया कि "समग्र ब्राह्मण परिषद पिछले तीन सालों से पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक आयोजित करता आ रहा है."
सोम प्रदोष के कारण ये दिन बेहद खास: सोम प्रदोष होने की वजह से ये दिन और भी खास हो गया है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान भोलेनाथ धरती पर आते हैं. ऐसे में पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.