रायपुर : छत्तीसगढ़ में चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद अब राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोपों के वार कर रहे हैं. कथित शराब घोटाले को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति अपने चरम पर है.अभी तक बीजेपी ही कांग्रेस पर शराब घोटाले का आरोप लगाकर ईडी की कार्रवाई को जायज बताकर हमलावर रही है.वहीं अब कांग्रेस ने बीजेपी पर शराब घोटाले का आरोप लगाया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला के मुताबिक रमन शासन के दौरान 4500 करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ है.जिसका कुछ हिस्सा बीजेपी आलाकमान और सिद्धार्थ नाथ सिंह तक भी पहुंचा होगा.
शराब घोटाले पर कांग्रेस को बीजेपी ने घेरा : कांग्रेस के आरोपों से पहले बीजेपी मीडिया विभाग के केंद्रीय संयोजक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कांग्रेस पर शराब घोटाले को लेकर हमला बोला था. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार पहली ऐसी सरकार है जो अपने ही राजस्व पर डाका डालती है. इस दौरान सिद्धार्थ नाथ सिंह ने हाईकोर्ट के फैसले का हवाला भी दिया.
" सरकार ने शराब घोटाले मामले में तीनों आरोपियों की जमानत याचिका को भी खारिज कर दिया है. इस बात से यह साफ हो जाता है, कि छत्तीसगढ़ की सरकार को शराब की लत लग गई है. हाईकोर्ट ने तथ्यों को संज्ञान में लेकर जमानत याचिका को खारिज कर दिया है." सिद्धार्थ नाथ सिंह, केंद्रीय संयोजक,मीडिया विभाग
रमन सरकार के कार्यकाल में 4500 करोड़ रुपए का शराब घोटाला : कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी के कार्यकाल में शराब का रेवेन्यू कम था. कांग्रेस सरकार बनने के बाद शराब का रेवेन्यू बढ़ा.
''भारतीय जनता पार्टी की सरकार के समय शराब का रेवेन्यू 3200 करोड़ रुपए था. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 100 दुकान कम हो जाने के बावजूद शराब का रेवेन्यू बढ़कर 6000 करोड़ रुपए हो गया है. शराब नीति को परिवर्तित कर भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकाल में 4500 करोड़ रुपए का शराब घोटाला किया.'' सुशील आनंद शुक्ला, अध्यक्ष, कांग्रेस मीडिया विभाग
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले को लेकर हाईकोर्ट ने हाल ही ने मामले के तीन आरोपियों की जमानत याचिका निरस्त की है.जिसके बाद से ही बीजेपी एक बार फिर कांग्रेस पर हमलावर है.वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने बीजेपी पर ही शराब घोटाला करने का आरोप लगाकर मामले में नया एंगल लाने की कोशिश की है.