रायपुर : हिंदू धर्म में गंगाजल की अहमियत से हर कोई वाकिफ है. हिंदू धर्म में बच्चे से जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक गंगाजल अनुष्ठान और पूजा में शामिल होता है. हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि मां गंगा पापनाशनी हैं.लेकिन अब केंद्र सरकार ने ऑनलाइन गंगाजल मंगाने पर टैक्स लगाने का फैसला किया है. यानी यदि आप कहीं दूर हैं और ऑनलाइन गंगाजल की खरीदी करने वाले हैं तो आपको टैक्स चुकाना होगा.
गंगाजल में जीएसटी लगाने पर राजनीति : केंद्र की मोदी सरकार ने गंगाजल की खरीदी पर गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST लगाने का फैसला किया है. जिसके बाद 30 रुपए में 250 एमएल मिलने वाला गंगाजल 35 रुपए का हो जाएगा.जिसे लेकर अब छत्तीसगढ़ में राजनीति शुरु हो गई है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने गंगाजल पर जीएसटी लगाने पर सवाल उठाए हैं.साथ ही इस टैक्स को वापस लेने की मांग केंद्र सरकार से की है. भूपेश बघेल ने पूछा कि क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है. मोदी सरकार ने 4 दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया है.
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अब गंगाजल पर भी GST!!!
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है।
मोदी सरकार ने 4 दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जी. एस. टी लगाने का निर्णय किया है।
जिससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले तथा गौमाता की…
">अब गंगाजल पर भी GST!!!
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 10, 2023
क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है।
मोदी सरकार ने 4 दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जी. एस. टी लगाने का निर्णय किया है।
जिससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले तथा गौमाता की…अब गंगाजल पर भी GST!!!
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क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है।
मोदी सरकार ने 4 दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जी. एस. टी लगाने का निर्णय किया है।
जिससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले तथा गौमाता की…
'' जिससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले तथा गौमाता की रक्षा के नाम पर आतंक फैलाने वालों का चेहरा बेनकाब हो गया है. मोदी जी जनभावनाओं का सम्मान करते हुए गंगाजल पर जीएसटी लगाने का निर्णय तत्काल वापस लें.'' -भूपेश बघेल,सीएम छग
बीजेपी की सीएम भूपेश पर हमला : वहीं सीएम भूपेश के आरोपों को लेकर बीजेपी ने पलटवार किया है.अकलतरा के विधायक सौरभ सिंह ने सीएम भूपेश जी गंगाजल फ्री है. कुरियर पर जीएसटी है. गंगाजल पर नहीं. पहले आप 229 करोड़ के गोबर का हिसाब दो, आपकी पार्टी वाले खा गए? लालू ने चारा खाया था और कांग्रेस ने गोबर.
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भूपेश जी गंगाजल फ्री है कुरियर पर जीएसटी है गंगाजल पर नहीं। पहले आप 229 करोड़ के गोबर का हिसाब दो, आपकी पार्टी वाले खा गए? लालू ने चारा खाया था और कांग्रेस ने गोबर। pic.twitter.com/y9kmYB8cPy
— #TeamModi (@hardcore009) October 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">भूपेश जी गंगाजल फ्री है कुरियर पर जीएसटी है गंगाजल पर नहीं। पहले आप 229 करोड़ के गोबर का हिसाब दो, आपकी पार्टी वाले खा गए? लालू ने चारा खाया था और कांग्रेस ने गोबर। pic.twitter.com/y9kmYB8cPy
— #TeamModi (@hardcore009) October 10, 2023भूपेश जी गंगाजल फ्री है कुरियर पर जीएसटी है गंगाजल पर नहीं। पहले आप 229 करोड़ के गोबर का हिसाब दो, आपकी पार्टी वाले खा गए? लालू ने चारा खाया था और कांग्रेस ने गोबर। pic.twitter.com/y9kmYB8cPy
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सौरभ सिंह पहले भी गोबर घोटाले पर लगा चुके हैं आरोप : आपको बता दें कि इससे पहले भी विधायक सौरभ सिंह ने गोबर घोटाले को लेकर ईटीवी भारत के न्यूज का हवाला दिया था. सौरभ सिंह ने विधानसभा में ईटीवी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार से सवाल पूछे थे.
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कब शुरु की थी केंद्र ने गंगाजल योजना ? : केंद्र सरकार ने गंगाजल आपके द्वार योजना 2016 में शुरु की थी. जिसका मकसद लोगों को आसानी से शुद्ध गंगाजल उपलब्ध कराना था. गंगाजल बिक्री के लिए डाकघरों में काउंटर खोले गए थे.ताकि डाकघरों की आय बढ़ाई जा सके. केंद्र की इस योजना में ऋषिकेश और गंगोत्री से आने वाली गंगाजलों के लिए तय कीमत थी.जिसमें 200 एमएल के लिए 28 और आधा लीटर के लिए 38 रुपए रेट रखा गया था.लेकिन अब डाकघरों में मिलने वाला गंगाजल 250 एमएल के लिए 28 रुपए लेता है.लेकिन जीएसटी लगने के बाद इसके दाम 35 रुपए होंगे.