रायपुर : त्यौहारी सीजन सिर पर है. ऐसे में अमूमन फलों के दाम आसमान छूते हैं.लेकिन इस बार एक ऐसी सब्जी के दाम बढ़े हैं जिसके बिना खाने का स्वाद फीका पड़ सकता है. जी हां टमाटर के बाद अब प्याज अपने तेवर दिखाने लगा है.एक सप्ताह पहले तक 30 रुपए किलो बिकने वाला प्याज अब 60 तक पहुंच चुका है.अब आशंका जताई जा रही है कि कहीं सब्जी मार्केट के मैदान में प्याज शतक ना जड़ दे.
लोगों ने प्याज खरीदनी की कम : प्याज के दाम बढ़ने की वजह से लोग प्याज की खरीदी कम कर दी है.ऐसा माना जा रहा है कि प्याज की आवक काफी कम है.इसलिए दाम धीरे-धीरे करके बढ़ रहे हैं. प्याज बाजार में थोक विक्रेताओं की माने तो आगामी 15 नवंबर तक प्याज के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
बिगड़ गया किचन का बजट : प्याज के दाम बढ़ने की वजह से इसका सीधा असर किचन के बजट पर पड़ा है. मौजूदा समय में प्याज के दाम 60 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए हैं. ऐसे में लोगों के घरों में सब्जियों में पहले की तुलना में प्याज की मात्रा भी कम हो गई है. प्याज खरीदने वाले ग्राहक भी दाम बढ़ने की वजह से प्याज की खरीदी कम कर रहे हैं.
टमाटर के बाद प्याज में तेजी :प्याज के बड़े हुए दाम को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने कुछ ग्राहकों से बात की तो उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले तक यही प्याज 25 से 30 रुपए प्रति किलोग्राम मिल रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्याज के दाम 60 किलोग्राम तक पहुंच गए हैं.कई लोग प्याज के दाम बढ़ने की वजह से कच्चा प्याज या फिर सलाद में प्याज भी नहीं खा रहे हैं. कुछ महीने पहले इसी तरह के हालात टमाटर के भी बने हुए थे. टमाटर 180 रुपए से लेकर 200 रुपए किलोग्राम तक पहुंच गया था.
क्यों बढ़ गए प्याज के दाम ? : राजधानी थोक सब्जी मंडी के अध्यक्ष टी श्रीनिवास रेड्डी ने प्याज के बढ़े हुए दम को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ में महाराष्ट्र के अहमदनगर और लातूर से प्याज की सप्लाई होती है. लेकिन बारिश में प्याज की फसल प्रभावित होने के कारण छत्तीसगढ़ में आवक कम हो गई है.
''एक सप्ताह पहले तक प्याज चिल्लर में 25 से 30 रुपए किलोग्राम था.लेकिन आज वही प्याज 60 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गया है. त्यौहार का सीजन होने के कारण प्याज की मांग बढ़ गई है.आवक कमजोर होने की वजह से प्याज के दाम में उछाल देखने को मिला है. इन तरह स्थिति 15 नवंबर तक बने रहने की संभावना है." टी श्रीनिवास रेड्डी, अध्यक्ष, थोक सब्जी मंडी
प्याज हर सब्जी का जायका बढ़ाने का काम करता है.टमाटर की ही तरह प्याज के बिना सब्जी अधूरी रहती है.ऐसे में प्याज की लगातार बढ़ रही कीमतों ने आम आदमी के किचन का बजट बढ़ा दिया है.यदि प्याज के बिना कोई नहीं रह सकता तो वो बढ़ी हुई कीमत के बाद भी प्याज खरीदेगा.ऐसे में देखना ये है कि प्याज आम आदमी को कितने दिनों तक रूलाएगा.