रायपुर : छत्तीसगढ़ में मौसम के बदलाव से मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ा है. सबसे ज्यादा किसी बीमारी ने इस बार लोगों को परेशान किया है तो वो है आई फ्लू. आई फ्लू के कई मामले पूरे प्रदेश से सामने आ रहे हैं. जिसमें सबसे ज्यादा मामले दुर्ग और रायपुर में देखने को मिले. अचानक फैली इस बीमारी ने हर किसी को चिंता में डाल दिया.क्योंकि इससे पहले इतना ज्यादा संक्रमण कभी नहीं हुआ.
आई फ्लू के दौरान कैसे डाइट के बल पर करें फाइट : कंजेक्टिवाइटिस या आई फ्लू दो से तीन दिन में ठीक होने वाली बीमारी है. लेकिन इस बीमारी के कारण कई रोगी 5 दिनों तक परेशान रह रहे हैं.उनकी आंखों का संक्रमण काफी दिनों बाद जा रहा है. आपको बता दें कंजेक्टिवाइटिस वायरस के कारण होने वाली बीमारी है. बारिश के मौसम के साथ ही दूषित वातावरण में इस बीमारी की समस्या देखने को मिलती है. ईटीवी भारत ने ये जानने की कोशिश की आई फ्लू के दौरान रोगी को किस तरह की डाइट देनी चाहिए.ताकि रिकवरी में आसानी हो.इस बारे में डाइटीशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव ने जानकारी दी.
" डाइट में विटामिन ए का होना बहुत जरूरी है. विटामिन ए में पीले रंग के सभी फलों को शामिल किया जा सकता है. जिसमें आम और पपीता जैसी चीजें रिकवरी में सहायक होती हैं. आंखों से संबंधित बीमारी के लिए पपीता को महत्वपूर्ण माना गया है. इस मौसम में गाजर को भी अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है. गाजर का जूस रोज पीने से आंख के आसपास होने वाली बीमारी से काफी हद तक बचा जा सकता है. पालक भाजी का सेवन भी किया जा सकता है. इसमें विटामिन ए होता है, इसके साथ ही अन्य कई प्रोटीन और विटामिन इसमें पाए जाते हैं. जो आंखों के इंफेक्शन को कम करने का काम करता है." डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव, डाइटीशियन
आई फ्लू होने पर क्या खाएं : डॉक्टर सारिका के मुताबिक आई फ्लू से बचने के लिए अपने डाइट को सही करना जरुरी है.डाइट सही रखने पर इम्युनिटी स्ट्रांग होती है.जिसके कारण बीमारी से बचा जा सकता है.आई फ्लू होने में ड्राई फ्रूट्स को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें. अखरोट को अपनी डाइट में बढ़ाकर कर लिया जा सकता है. इसके साथ ही बादाम को भी अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है. नॉन वेजिटेरियन हैं तो अपनी डाइट में एग और चिकन जैसी चीजों को भी ले सकते हैं.
सीड्स जैसे अलसी का बीज सूरजमुखी का बीज कद्दू का बीज जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने से इंफेक्शन से बचा जा सकता है. आई फ्लू होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. क्योंकि पानी हमारे शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. दूध में हल्दी मिलाकर इसको भी डाइट में शामिल किया जा सकता है. खट्टी चीजों में दही संतरा और नींबू भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
आई फ्लू होने पर क्या नहीं खाएं : आई फ्लू होने पर बाहर की चीजों को पूरी तरह से अवॉइड करना चाहिए. बाहर की चीजों का सेवन करने से ही आंखों से संबंधित बीमारी एक से दूसरे में फैलती है. बाहर के ठेले या चौपाटी में भीड़ भाड़ वाली जगहों पर नाश्ता करने से बचें.क्योंकि इन्हीं जगहों पर लोगों की भीड़ के कारण संक्रमण स्प्रेड का खतरा ज्यादा होता है.
क्यों फैलता है आई फ्लू : दूषित वातावरण की वजह से आई फ्लू का वायरस बहुत तेजी से फैलता है. आई फ्लू में आंख लाल होने के साथ ही आंखों में चुभन महसूस होने लगती हैं. आई फ्लू के दौरान आंखों में चिपचिपापन होने के कारण आंखें ठीक से खुलती नहीं है.