रायपुर: राजधानी सहित पूरे देश में 19 सितंबर से गणेश उत्सव की शुरुआत हो चुकी है. गणेश उत्सव के दौरान माहौल भी पूरी तरह से भक्तिमय हो गया है. ऐसे में भगवान गणेश का प्रसाद कैसा होना चाहिए, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक और हेल्दी हो. इस बात को लोग आज के समय में विशेष ध्यान देते हैं.
प्रसाद बनाते समय स्वास्थ्य का रखें ध्यान: गणेश उत्सव के दौरान पंडाल या घर में गणेश स्थापना करने के बाद प्रसाद बनाते समय स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर भगवान का प्रसाद बनाया जाना चाहिए. घर में गणपति की स्थापना किए हैं, तो प्रसाद बनाते समय यदि कोई डायबिटीज या ब्लड प्रेशर के पेशेंट है, तो उन्हें ध्यान में रखकर भगवान का प्रसाद तैयार करना चाहिए. भगवान के इस प्रसाद में ज्यादा शुगर वाली चीज नहीं होनी चाहिए.
ड्राई फ्रूट मिलेट और फलों से बनाएं प्रसाद: भगवान के लिए सुबह का प्रसाद बनाते समय ड्राई फ्रूट का इस्तेमाल किया जा सकता है. जिसमें बादाम, अखरोट, किशमिश और काजू जैसी चीज भी भगवान के प्रसाद में रखी जा सकते हैं. भगवान के प्रसाद में फलों को भी रखा जा सकता है. अलग-अलग दिनों में अलग-अलग फलों को प्रसाद के रूप में लोगों को दिया जा सकता है. इसके साथ ही भगवान गणपति को चढ़ाए जाने वाली मिठाई को स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर बनाया जाना चाहिए. भगवान के प्रसाद में मिलेट वाली चीज जैसे रागी ओट्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. भगवान गणेश के प्रसाद में मल्टीग्रेन का भी उपयोग किया जा सकता है.
भगवान गणेश को मोदक है सबसे प्रिय: पौराणिक मान्यता है कि भगवान गणेश को मोदक सबसे प्रिय है. ऐसे में मोदक का प्रसाद भी लोगों में बांटा जा सकता है. मोदक को भी कई अलग-अलग तरीके से बनाया जा सकता है. जैसे स्टीम करके, शक्कर की जगह पर गुड का उपयोग करके और मैदे के जगह मल्टीग्रेन का उपयोग प्रसाद में किया जा सकता है. ओट्स से भी अच्छे मोदक बनाए जा सकते हैं. प्रसाद में शक्कर की जगह गुड का उपयोग किया जा सकता है. यह आयरन का अच्छा सोर्स माना जाता है. गुड़ चने की मिठाई भी भगवान गणेश को अर्पित की जा सकती है.