रायपुर : नवरात्रि के दौरान माता के मंदिरों के अलावा रास गरबा और डांडिया के लिए लोग जुटते हैं.इस दौरान माता के आने की खुशी में चारों तरफ उत्सव का माहौल रहता है. लिहाजा डांडिया और गरबा से जुड़ी चीजों का व्यापार भी खूब होता है.राजधानी रायपुर की बात करें तो गरबा और नवरात्रि के लिए दुकानें भी गुलजार हो गई हैं.
नवरात्रि में बढ़ जाती है कपड़ों की मांग : छत्तीसगढ़ में आम तौर पर पंचमी से लेकर नवमी तक की ग्राहकी देखने को मिलती है. इन चार से पांच दिनों में दुकानदार ग्राहकों के लिए उनके हिसाब से कपड़े और ज्वेलरी रखते हैं.अगर फैंसी ड्रेस की बात करें तो नवरात्रि की शुरुआती दिनों से ही कपड़ों की मांग शुरु हो जाती है.लेकिन गरबा और डांडिया करने वाले लोग अलग-अलग थीम के हिसाब से अपनी मनपसंद ड्रेस रेंट पर ले जाते हैं. गरबा और डांडिया के ड्रेस पंजाबी, मराठी, गुजराती और कश्मीरी परिवार के लोग काफी पसंद करते हैं.
''पहले की तुलना में लोग ट्रेडिशनल लुक को छोड़कर शोवर और सिंपल ड्रेस पसंद कर रहे हैं. पिछली बार मनी हाइट्स थीम के ड्रेस ज्यादा चलन में थे. इस बार नवरात्रि में अष्टमी के दौरान क्रिकेट का मैच भी होने वाला है. ऐसे में क्रिकेट थीम पर गरबा और डांडिया की सोच रहे हैं.'' राज अग्रवाल,फैंसी ड्रेस दुकानदार
कितना होता है कारोबार ? : राजधानी रायपुर में फैंसी ड्रेस की कई दुकानें हैं. जिनमें से कुछ दुकानें काफी पुरानी है. इन दुकानों में अक्सर नवरात्रि के दौरान लोगों की भीड़ उमड़ती है.यदि कारोबार की बात करें तो ये 45 लाख रुपए तक औसतन पहुंच जाता है. इस दौरान राजधानी में 50 से 60 जगहों पर बड़े पैमाने पर गरबा और डांडिया खेला जाता है.जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं.दुकानदारों की माने तो हर साल थीम के हिसाब से डिमांड बदल जाती है.
''महिलाओं के बीच केडिया पैटर्न सबसे ज्यादा चल रहे हैं. डांडिया और गरबा के ड्रेस में इस बार ज्वेलरी भी एडवांस है. बच्चों के फैंसी ड्रेस लगभग 200 से शुरू होकर 400 रुपये तक रेंट पर दिए जाते हैं. बड़ों के कपड़े 700 रुपए तक रेंट पर जाते हैं. सौरभ अग्रवाल,दुकानदार
सामाजिक कार्यक्रमों के अलावा पर्सनल वीडियो बनाने के लिए डिमांड : वहीं महिलाओं के बीच अलग-अलग तरह के ड्रेस पहनने की होड़ मची रहती है. रायपुर की पुरानी महिला दुकानदार की माने तो इंस्टा पैटर्न गरबा डांडिया में पसंद किया जा रहा है. दुकानदार सुषमा अग्रवाल के मुताबिक फैंसी ड्रेस की डिमांड नवरात्रि के तीन-चार दिनों पहले शुरु हो जाती है. सामाजिक कार्यक्रम के साथ ही लोग रिल्स बनाने में फैंसी ड्रेस की डिमांड करते हैं.