रायपुर: महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था. इस निर्णायक दिन को याद करने के लिए मंगलवार को 'दास्तान ए आजादी' कार्यक्रम का आयोजन पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय ऑडिटोरियम में किया गया. इसमें बतौर मुख्य अतिथि सीएम भूपेश बघेल ने शिरकत की. देश की आजादी के इतिहास की संगीतमय प्रस्तुति 'दास्तान ए हिंद के जवाहर' को देखने सुनने के लिए सैकड़ों स्टूडेंट भी मौजूद रहे.
पंडित नेहरू के योगदान को किया गया याद: कार्यक्रम के दौरान भारत की आजादी और पंडित जवाहरलाल नेहरू से जुड़े तथ्यों की भी जानकारी श्रोताओं को दी गई. अजय टिपानिया, हिमांशु बाजपायी, प्रज्ञा शर्मा और वेदांत भारद्वाज ने आजादी के किस्सों को सुरों में पिरोकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. महात्मा गांधी के प्रिय भजन 'वैष्णव जन' और वंदे मातरम की प्रस्तुति ने छात्रों के रोम रोम में देशप्रेम की भावना को जागृत कर दिया.
8 अगस्त 1942 के दिन ही महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था और आज रायपुर के साथियों ने जश्न ए आजादी कार्यक्रम आयोजित किया है, जो नेहरू पर केंद्रित है. इसमें यहां के तमाम बुद्धिजीवी और छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए. देश की आजादी में हमारे नेताओं का योगदान क्या था, यह पहले हम दादी नानी से किस्सा सुनते थे. उसी प्रकार उसी परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए आज जश्न ए आजादी में किस्सागोई को हम सुन रहे थे. बहुत बढ़िया कार्यक्रम और बच्चों के लिए शिक्षाप्रद भी है. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
स्वतंत्रता दिवस करीब है. इस तरह के कार्यक्रम छात्र छात्राओं को आजादी के मतवालों और उनके संघर्षों के करीब ले जाते हैं. उनकी गाथाओं से नसीहतें और देश के लिए सबकुछ कुर्बान करने का जज्बा भी देते हैं.