रायपुर : पितृपक्ष के 16 दिनों में जातक अपने पूर्वज और परिवार के दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए तर्पण करते हैं.ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष के दौरान धरती पर जातकों के पितर आते हैं.ऐसे में उनकी सेवा का विधान है.लेकिन इस दौरान कुछ चीजें ध्यान देने वाली भी होती हैं.जैसे हमें कुछ ऐसा नहीं करना चाहिए जिससे की हमारे पूर्वजों की आत्मा को कष्ट पहुंचे.आज हम जानेंगे कि पितृपक्ष के दौरान किन तीन चीजों को खरीदने से बचना चाहिए.
किन निजी चीजों को खरीदने से बचें ? : पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी की माने तो 2023 में पितृ पक्ष 29 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा. 14 अक्टूबर के ठीक बाद नवरात्रि की शुरुआत होगी. हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल पितृ पक्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शुरू होकर कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी सर्वपितृ अमावस्या के दिन समाप्त होता है. ऐसे में ये जानना बेहद जरुरी है कि पितृ पक्ष के 16 दिनों में हमें क्या चीजें नहीं खरीदनी चाहिए. पितृ पक्ष के दौरान भोग से संबंधित 3 चीजों को नहीं खरीदना चाहिए. जिसमें झाड़ू, नमक और सरसों का तेल या तिल की तेल आते हैं.भोग या निजी वस्तुओं को छोड़कर देवताओं के पूजन में इस्तेमाल होने वाली चीजें पितृ पक्ष में खरीद सकते हैं.
"पितृ पक्ष के दौरान झाड़ू, नमक , और सरसों या तिल का तेल नहीं खरीदनी चाहिए. इन चीजों को पितृ पक्ष लगने के पहले ही खरीद लेना चाहिए. लेकिन पितृ पक्ष समाप्त होने के ठीक बाद नवरात्रि की शुरुआत होती है. ऐसे में खरीदारी माता के श्रृंगार का सामान, कलश, पूजा का सामान, शंख, कमल गट्टा, देव पूजन की सामग्री के साथ ही माता के कपड़े जैसी अन्य चीजों को पितृ पक्ष के दौरान खरीदी की जा सकती है." पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी, ज्योतिष एवं वास्तुविद
तीन चीजों को क्यों नहीं खरीदना चाहिए ? : पितृपक्ष के दौरान तीन चीजों को खरीदने से बचना चाहिए. जिसमें झाड़ू, नमक, सरसों या तिल का तेल आते हैं. ऐसा माना जाता है कि सरसों के तेल को शनि का प्रतीक माना जाता है. यह काफी तेज होता है. इसलिए पितृ पक्ष में इसको खरीदने की मनाही है. झाड़ू की धार्मिक मान्यता है कि झाड़ू माता लक्ष्मी का प्रतीक है.जहां पर साफ सफाई होती है. वह स्थान माता लक्ष्मी का प्रिया स्थान माना जाता है. ऐसे में पितृ पक्ष में झाड़ू खरीदने से बचना चाहिए. नहीं तो धन हानि हो सकती है. वहीं शास्त्रों में नमक को भी तेज पदार्थ माना गया है. इसलिए पितृ पक्ष के दौरान नमक की खरीदी भी नहीं करनी चाहिए.