रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा का मॉनसून सत्र मंगलवार से शुरु होगा.जिसमें बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. मॉनसून सत्र तीन दिनों का होगा. जिसमें पहले दिन, दिवंगत विधानसभा सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी.वहीं इस सत्र में बीजेपी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती.इस सत्र से पहले बीजेपी विधायक और प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी है.
अजय चंद्राकर की माने तो सरकार के पास ईमानदारी से काम करने का कोई तरीका नहीं है. क्योंकि सरकार के पास कोई विजन नहीं है. अभी तक कोई दृष्टि दिखाई नहीं देती है,सिवाय उनके विनियोग विधायक को छोड़ कर कोई दूसरी चीज नहीं आएगी. अगर कोई काम करना है तो 3 दिन के सत्र में बहुत संभव नहीं है.
'' आपको हमारे आरोप पत्र समिति की एक झलकी बताना चाहता हूं. 8 करोड़ के डैम बिना टेंडर और बिना काम के बन गए.राशि भी निकल गई ,टेंडर भी नही हुआ. यदि सरकार में दम है तो हमारे आरोप पत्र पर कमिटी बनाकर जांच करवा ले."-जय चंद्राकर,प्रवक्ता बीजेपी
अजय चंद्राकर ने कहा कि हम विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करेंगे आखिरी सत्र है. बिना किसी समय निर्धारण के चर्चा करवाए. विधानसभा सत्र में जितने प्रश्न लगे हैं. उनमें चर्चा होगी.
"आरोप पत्र में हम झीरम पर भी लिखेंगे. किस तरह से कांग्रेस के लोग नक्सलियों के हाथों मारे गए.उनके भावनाओं के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कैसे खिलवाड़ किया.इस सरकार के पास झूठ का पुलिंदा है. यह सरकार डिफॉल्टर है. यह सरकार कर्ज लेने वाली सरकार है. कर्ज लेने में भी यह सरकार डिफॉल्टर होगी. 2 साल बाद छत्तीसगढ़ को कर्ज नहीं मिलेगा"-अजय चंद्राकर,प्रवक्ता बीजेपी
कांग्रेस के डीएनए में डिफॉल्ट : छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के सवाल को लेकर विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि किसी के प्रदेश अध्यक्ष बनने या नहीं बनने से धर्म परिवर्तन की गति में कोई फर्क नहीं आएगा. असली फॉल्ट डीएनए में है. विपक्षी दलों की बैठक पर चंद्राकर ने कहा कि आज जो बैठक शुरू हो रही है,उसमें शिवसेना भी है और मुस्लिम लीग भी है. कांग्रेस का चिंतन ही विकृत चिंतन है. हमारी चिंतन की धारा स्पष्ट है. कांग्रेस सांप और छछूंदर दोनों को पाल रही है. ऐसे करके अपने आप को धर्म निरपेक्ष बताते हैं. लेकिन इनका डीएनए ही गलत है.