रायपुर: ईद से पहले रायपुर नगर निगम ने एक आदेश जारी किया है. इसके तहत सभी जोन कमिश्नर, स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य निगम अमले को मस्जिदों और ईदगाहों के पास साफ-सफाई का निर्देश दिया गया है. मस्जिदों और ईदगाहों के पास कीटनाशक छिड़काव, पानी टैंकर की व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है. शनिवार 22 अप्रैल को ईद उल फितर का पर्व मनाया जाना है. ऐसे में रायपुर नगर निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी ने सभी जोन कमिश्नर को ये आदेश जारी किया है.
ईद पर साफ सफाई के निर्देश जारी: कमिश्नर की ओर से विशेष रूप से ईदगाहभाठा, छोटापारा, मौदहापारा, तात्या पारा, पंडरी, ईरानी डेरा और अन्य स्थानों पर व्यवस्था को लेकर निर्देश दिया गया है. इन इलाकों के सभी मस्जिदों के आसपास सफाई, पानी के टैंकरों, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करवाने के लिए निर्देशित किया गया है. इसके साथ ही शहर के मुस्लिम बहुल वार्डों में विशेष सफाई के निर्देश दिए गए हैं. सीरत मैदान और शास्त्री बाजार के सामने विशेष सफाई के निर्देश दिए गए हैं.
आदेश के बाद सोशल मीडिया पर सियासी घमासान: रायपुर नगर निगम आयुक्त के इस आदेश की चर्चा जोरों पर है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस आदेश को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया पोस्ट की है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया है कि "यह विशेष सफाई का आदेश, रामनवमी, नवरात्रि और दीपावली में भी मिलता." भाजपा कार्यकर्ता के पोस्ट के बाद कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से पूर्व में जारी किए गए आदेश की कॉपी ट्वीट की है.
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कांग्रेस का बीजेपी पर पलटवार: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. जिसमें लिखा है कि "वैसे तो छत्तीसगढ़ की जनता ने एक विशेष सफाई अभियान 2018 में चलाया था. जिससे काफी राहत जनता को मिली. खैर शांति समिति की बैठक में हर त्योहार से पहले ऐसे निर्णय लिए जाते हैं. सांप्रदायिक चश्मे से सिर्फ ईद दिखती है. होली नहीं दिखती. 2023 में ठीक से सफाई होगी डोंट वरी."