रायपुर: नगर निगम रायपुर और स्वास्थ्य विभाग की टीम शहर के हाई रिस्क एरिया में घर-घर जाकर निरीक्षण कर रही है. साथ ही घर-घर दवाई की किट भी बांटी जा रही है. जांच के दौरान कोरोना का संदेह होने पर 82 लोगों को दवा की किट दी गई. ज्यादातर लोग सर्दी-खांसी से पीड़ित थे. एहतियातन उन्हें निगरानी में रखा गया है. उनकी नियमित रूप से जांच की जाएगी.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद नगर निगम के सभी जोन में निगम और स्वास्थ्य विभाग का अमला घर-घर जाकर कोरोना संक्रमित मरीजों को दवाई पहुंचा रहा हैं. साथ ही उनके परिजनों के लिए भी दवाई की किट दी जा रही है. ताकि संक्रमण ज्यादा प्रभावित ना कर सके.
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रायपुर नगर निगम सभी 10 जोनों के हाई रिस्क एरिया में घर-घर जाकर जांच कर रहा है. शनिवार को जोन 1 में 110 घरों की जांच की गई. इनमें 10 लोग संदेही निकले. इसी तरह जोन क्रमांक 3 के 44 घरों में से 6 लोग, जोन क्रमांक 4 के 30 घरों में से 12 लोग, जोन क्रमांक 5 के 60 घरों में से 12 लोग, जोन क्रमांक 7 के 44 घरों में से 4 लोग और जोन क्रमांक 10 के 257 घरों में से 38 लोग संदेही निकले.जोन क्रमांक 6 में 449 घरों की जांच की गई. जिनमें से 11 लोग संदेही पाए गए. दो लोगों में कोरोना के कुछ लक्षण देखे गए.सभी लोगों को दवा की किट दे दी गई है. साथ ही उन्हें नियमों का पालन करने के लिए कहा गया है. निगम की टीम इन लोगों की नियमित रूप से जांच करेगी.
अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य ने लोगों से की ये अपील
नगर निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के बाद घर-घर जाकर दवाई बांटी जा रही है. आम जनता से यही अपील है कि समय रहते लक्षण देखे जाने पर तुरंत जांच करवाएं. ताकि संक्रमण से जल्द से जल्द लड़ा जा सके.
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घर पहुंचाई जा रही दवाइयां
रायपुर सीएमएचओ मीरा बघेल ने बताया शहरों में घर-घर दवाई पहुंचाने के लिए नगर निगम का अमला काम कर रहा है. वहीं गांव में सरपंच और सचिव स्तर पर लोगों के घर दवाइयां पहुंचाई जा रही है. डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कई बार जांच के दौरान एंटीजन पॉजिटिव आने वाले मरीजों को तत्काल वहां 2 दिन की दवाई दी जाती है. फिर बाद में नगर निगम भी घर में दवाई पहुंचाने का काम करता है.