रायपुर: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन ने विकास कार्यों को प्रभावित कर दिया है. ऐसे में राजधानी के कई प्रोजेक्ट अधर में पड़े हुए हैं. साथ ही कुछ प्रोजेक्ट थंडे बस्ते में जा चुके हैं. नगर निगम की कई ऐसी योजनाएं थी जिनके सपने शहर वासियों ने देखे थे, लेकिन अब इनमें कोरोना ने ग्रहण लगा दिया है. नगर निगम अब सिर्फ कोरोना वायरस से निपटने की जद्दोजहद में लगा हुआ है. निगम साफ-सफाई, सैनिटाइजर का छिडकाव और राहत कार्यों तक सिमट कर रह गया है.
नगर निगम के हाई लेवल प्रोजेक्टों के अलावा वार्डों में होने वाले छोटे विकास कार्य भी बेहद प्रभावित हुए हैं. लगभग 2 महीने के लॉकडाउन के दौरान वार्डों में कोई भी नए निर्माण कार्य नहीं हुए हैं. कुछ वार्ड़ों में शुरू हुए काम लॉकडाउन के बाद से ही अटक गए हैं.
लॉकडाउन से रायपुर नगर निगम के कई बड़े प्रोजेक्ट अटके
राजधानी रायपुर में मोहल्ला क्लीनिक का, मल्टीलेवल पार्किंग, नगर निगम के स्कूल, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसे बड़े-बड़े विकास कार्यों के तहत निर्माण कार्य होने थे. लॉकडाउन में ये सभी योजनाएं लगभग थम चुकी हैं. निगम की ये ये योजनाएं लगभग 100 से 200 करोड़ की थी. कुछ योजनाओं की तैयारी तक पूरी हो चुकी थी. लेकिन सभी निर्माण कार्य प्रभावित हो गए हैं. अब कोरोना काल के बाद ही सभी विकास कार्य शुरू हो पाएंगे.
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कोरोना से बचाव में लगा निगम
शहर के विकास कार्यों में भले ही ब्रेक लगा हो, लेकिन नगर निगम कोरोना से बचाव और राहत कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है. वार्ड़ों में साफ-सफाई का कार्य लगातार चल रहा है. डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, नालियों की सफाई, बिजली-पानी के अलावा जरूरतमंदों तक राशन-खाना पहुंचाने का काम निगम लगातार कर रहा है.
अब आगे क्या होगा
नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे ने बताया कि लॉकडाउन जैसे खत्म होगा उसके तुरंत बाद जितने भी विकास कार्य के प्रस्ताव हैं उसे नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया को दिया जाएगा. जो काम रुके हुए हैं, उन्हे जल्द शुरू किए जाएंगे. नगर निगम महापौर ने कहा कि, लॉकडाउन के दौरान काम प्रभावित हुए हैं. जैसे-जैसे काम करने वाले वर्कर्स आएंगे वैसे-वैसे काम की शुरुआत की जाएगी. आने वाले दिनों में धीरे-धीरे काम शुरू होंगे और 1 हफ्तों के भीतर इन कार्यों को पटरियों पर लाने का काम किया जाएगा.