रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चोरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन किसी न किसी थाना क्षेत्र में चोरी की शिकायत सामने आ रही है. शहर के पॉश क्षेत्रों से लेकर आउटर की कॉलोनियों तक चोरों का आतंक बना हुआ है. छोटी बड़ी मिलाकर यहां हर रोज बीते साल चोरी की औसतन 5 घटनाएं हुई है. आंकड़ों में देखें तो बीते साल के 365 दिनों से यहां चोरी कुल 1980 घटनाएं दर्ज हुई. इनमें से 381 मामलों को ही पुलिस सुलझा पाई. जिसमें से 615 आरोपियों की ही गिरफ्तारी हो पाई. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रायपुर किस तरह चोरों के लिए 'स्वर्ग' बन चुका है.
सूने मकान के साथ ही ज्वेलर्स भी निशाने पर: चोरों के लिए रायपुर शहर सदा से ही पसंद वाला स्थान रहा है. ओडिशा, झारखंड, बिहार यहां तक की आंध्र प्रदेश तक के चोरों का संगठित गिरोह रायपुर में चोरियां करने के लिए आते-जाते रहता है. इसके साथ स्थानीय गिरोह तो हैं ही. बाहरी कॉलोनियां, सूने घर, व्यापारिक प्रतिष्ठान, मोबाइल दुकान इनके निशाने पर रहे हैं. इसके साथ ही उठाईगिरी और बाइक चोरी की घटनाएं भी हैं. इन सभी छोटी बड़ी चोरियों को मिलाकर औसतन रोज 5 घटनाएं चोरी की होती हैं.
सीसीटीवी फुटेज, फिर भी गिरफ्त से बाहर: आपको बता दें कि इस साल मार्च में ही 2 दर्जन से अधिक लूट और चोरी की वारदात हुई है. हाल ही में गंज थाना क्षेत्र में स्टेशन रोड पर एक ही रात में तीन दुकानों में लाखों की चोरी हो गई थी. सूने मकानों दुकानों गोदामों में चोरी की वारदात को अंजाम देने के साथ ही लूट की घटना भी बढ़ गई है. कई वारदातों में पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज होते हैं. इसके बाद भी आरोपी उनकी पकड़ से दूर हैं. कई बड़े मामलों में पुलिस अपराधियों को नहीं पकड़ पाई है. एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की विशेष टीम इन चोरियों को सुलझाने में लगी है.
केस 1 :तेलीबांधा और उरला में एक ही दिन में एक ही तरह की दो घटनाएं हुई थी. केमिकल की सहायता से कार का कांच तोड़कर भीतर रखे बैग चोरी कर लिए गए थे. पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिले, गाड़ी का नंबर भी मिल गया, लेकिन आरोपी तब तक पुलिस की पकड़ से दूर है.
केस 2 :राजेंद्र नगर में 22 मार्च को चोरी हुई. सूने मकान में चोरों ने धावा बोला. व्यापारी अपने परिवार के साथ होली मनाने राजस्थान गए हुए थे. उनके घर से लाखों रुपए की नगदी और जेवर की चोरी हुई. कुल आठ लाख की चोरी हुई. सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है.
केस-3:सरोना स्थित बीएमडब्ल्यू कार के शोरूम में दिसंबर के दूसरे सप्ताह में लाखों रुपए की चोरी हुई. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई. तीन चोरों ने 6.76 लाख से भरे लॉकर को शोरूम के पीछे की दीवार फांद कर चोर फरार हो गए थे. इसका भी अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
केस-4 :आमानाका थाना क्षेत्र के टाटीबंध स्थित महिंद्रा शोरूम में दिसंबर के पहले सप्ताह में कैश काउंटर से 11 लाख की चोरी हो गई. शोरूम के पीछे की बाउंड्री से कूदकर नकाबपोश अज्ञात चोरों ने घटना को अंजाम दिया. सीसीटीवी में चोर आराम से भीतर आते दिख रहे हैं. फुटेज होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं.
चाकू की नोक पर मोबाइल लूट: अब तो शहर में बाइक या पैदल चलते हुए मोबाइल से बात करना भी मुश्किल हो गया है. बदमाश इतने शातिर हो गए हैं कि, चलती गाड़ी से मोबाइल लूटकर फरार हो जा रहे हैं. यह चाकू की नोक पर वारदात को अंजाम दे रहे हैं. हाल ही में माना कैंप में बाइक सवार दो युवकों ने एक वृद्ध पर चाकू से वार कर मोबाइल लूट लिया था. वहीं तेलीबांधा और सिविल लाइन में भी बदमाशों ने मोबाइल छीन लिया.
पिछले साल इतने की हुई चोरी: पुलिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक बीते साल 365 दिनों में 1980 घटनाएं चोरी की घटी. जिसमें 381 मामलों को पुलिस सुलझा पाई. इसमें 615 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. वहीं 1980 मामलों में 9 करोड़ 23 लाख से अधिक की नकदी संपत्ति की चोरी हुई. वहीं आरोपियों के पास से पुलिस ने दो करोड़ 31 लाख का सामान जप्त किया है. वहीं रायपुर पुलिस ने 1599 मामलों को अब तक नहीं सुलझा पाई है, जिसके चलते लोगों में खासी नाराजगी है.
पुराने मामलों में गंभीर है पुलिस: वहीं इस मामले को लेकर रायपुर पश्चिम एएसपी आकाश राव गिरेपुंजे ने बताया कि "पुरानी चोरी की घटनाओं को सुलझाने का प्रयास रायपुर पुलिस की ओर से किया जा रहा है. पिछले दिनों पुलिस ने कई मामलों में चोरों को पकड़ा भी है. वहीं पुराने ऐसे मामलों की जांच गंभीरता के साथ की जा रही है. हमारी ओर से चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है."