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Raipur Congress plenary session: राष्ट्रीय महाधिवेशन का क्या निकला निचोड़, क्या कांग्रेस को होगा इससे फायदा?

कांग्रेस के 85 वें अधिवेशन के आखिरी दिन रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपना भाषण दिया. इस दौरान राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े अनुभव साझा किए. अब जल्दी ही कांग्रेस अरुणाचल प्रदेश लेकर गुजरात की यात्रा जल्द ही शुरू करने जा रही है. इस विषय में पार्टी में चर्चा चल रही है इस बात की जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दी. कांग्रेस के इस महाधिवेशन के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में बेहद उत्साह नजर आ रहा है. पार्टी के नेताओं का कहना है कि "अधिवेशन में किए गए संशोधनों और प्रस्तावों के बाद अब पार्टी में नई उर्जा देखने को मिलने वाली है.

Raipur Congress plenary session
राष्ट्रीय महाधिवेशन कांग्रेस पार्टी के लिए कितना फायदेमंद जानें
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Published : Feb 27, 2023, 9:04 AM IST

राष्ट्रीय महाधिवेशन कांग्रेस पार्टी के लिए कितना फायदेमंद जानें

रायपुर: कांग्रेस महाअधिवेशन के समापन सत्र में जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया. तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस का महाधिवेशन की यह औपचारिक रूप से समापन है. लेकिन इसके साथ ही एक नए कांग्रेस का आगाज होने जा रहा है. खड़गे ने भाषण में नारा दिया कि "मजबूत कांग्रेसी से बुलंद भारत का निर्माण हो सकता है." रायपुर में आयोजित हुए महाधिवेशन के बाद से अब कांग्रेस पार्टी नए कलेवर में नजर आने वाली है.

महाअधिवेशन को मिला अच्छा रिस्पांस: इस 3 दिन के अधिवेशन को लेकर राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा का कहना है कि "भारत जोड़ो यात्रा से कार्यकर्ताओं में जो उत्साह आया है. उस उत्साह की परिणीति इस महाधिवेशन में हुई है. इसके साथ ही हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चल ही रहा है. मुझे लगता है इस अधिवेशन के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं में भी उत्साह है. वह इंतजार कर रहे थे कि पार्टी सड़क पर आए और वह प्रतीक्षा खत्म हुई. भारत जोड़ो यात्रा का भी जिस तरह से रिस्पांस मिला है और आज महाधिवेशन में पिछले तीन दिनों में जो रिस्पांस मिला है. जाहिर सी बात है कि उत्साह वर्कर और वोटर में है."

"नरेंद्र मोदी राहुल गांधी से घबराते हैं": पवन खेड़ा ने कहा कि "राहुल गांधी में महात्मा गांधी की सरलता है. पंडित जवाहरलाल नेहरु की गहराई है. इसमें किसी को संशय नहीं है. क्यों नरेंद्र मोदी राहुल गांधी से घबराते हैं. वे इसलिए घबराते हैं कि उनके पास जवाब नहीं है. राहुल गांधी पार्लियामेंट में एक शब्द भी बोल देते हैं तो नेहरू और गांधी तक नरेंद्र मोदी पहुंच जाते हैं. जाहिर सी बात राहुल गांधी हमे एक विरासत दिखती है. उस विरासत के वही गुण है जो महात्मा गांधी और नेहरू में थे."


"देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए हैं": पवन खेड़ा ने कहा कि " यह पर्टी के 138 साल के इतिहास में 85 वां महाधिवेशन है. जहां देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए हैं. जनता की सरकार से जुड़ी देश की जितनी योजनाएं हैं. उनमें कई योजनाएं ऐसी भी हैं जिनके मूल विचार हमारे अधिवेशन में आए हैं. यहां तक कि भारत के सविधान में शामिल मूल अधिकार का विचार भी हमारे महा अधिवेशन के कराची रिजॉल्यूशन में आया था. आज बहुत सी बातें हमारे रिजॉल्यूशन में आए है. रायपुर में हमें उसी क्रम भाई के तहत पॉलिटिकल ,इकोनॉमी, इंटरनेशनल अफेयर्स, एग्रीकल्चर, सोशल जस्टिस, और युवाओ से संबंधित प्रस्ताव को आखिरी रोड दिया गयाय उन्हीं प्रस्तावों को पारित किया और पास भी किया. यह काम बहुत से चरणों में हुआ और बहूत से साथियों ने इसे अपने अनुभव से संपन्न बनाया."

"अधिवेशन से पार्टी को मिलेगा फायदा": कांग्रेस के अधिवेशन को लेकर वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "कांग्रेस पार्टी को इस अधिवेशन का फायदा तो मिलने वाला है. इसकी शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा से ही हो गई थी. अब कांग्रेस पार्टी नए स्वरूप में देखने को मिलेगी. जिस तरह से पार्टी के अंदर राहुल गांधी का मान सम्मान बढ़ाया है. लोगों के बीच में स्वीकार्यता बढ़ी है लोगों के बीच में होने जा कर काम किया. भारत जोड़ो यात्रा निकाली. इससे कांग्रेस के ग्राफ में थोड़ी बढ़ोतरी होगी. कांग्रेस के महाधिवेशन में जो प्रस्ताव पारित किए गए निश्चित तौर पर इसमें नौजवान, मान सम्मान, किसान है.

"छत्तीसगढ़ की योजनाओं की सराहना": वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "आने वाले चुनाव में यह इसे अपने घोषणापत्र में भी शामिल करेंगे. आगे इसका फायदा पार्टी को जरूर मिलेगा. जिस तरह से छत्तीसगढ़ की योजनाओं की सराहना की गई. राष्ट्रीय स्तर पर उसे पहुंचाया जा रहा है. इससे निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मनोबल भी बढ़ेगा. उनकी योजनाएं छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि केंद्र में भी उसे प्रमोट कर रहा है. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व आने वाले दिनों में इसे भी मेनिफेस्टो में रख सकते हैं और देश के लिए नई ब्लू प्रिंट तैयार की है."

यह भी पढ़ें: Raipur Congress plenary session: भूपेश बघेल इस अधिवेशन से कितने हुए मजबूत, पार्टी में कैसे बढ़ा सीएम बघेल का ग्राफ !

महाधिवेशन का यह निकला निचोड़: वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "जिस तरह से कांग्रेस के महाधिवेशन में जो निचोड़ निकल कर सामने आया है. जिसमें सीडब्ल्यूसी में 24 में से 36 मेंबर रहेंगे. कमेटी में नौजवान, महिला और हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलेगा. जिनमें एसटी, एससी, ओबीसी, अल्पसंख्यक सभी को स्थान मिलेगा. पहले इस तरह का रिजर्वेशन नहीं था. अब बाकी लोगों को भी मौका मिलेगा इसका फायदा मिलेगा. अधिवेशन में एमएसएमई की बात की गई. जिनमें 12 करोड़ लोगों जो अछूते रह गए हैं. उन्हें रोजगार देने का प्रयास किया जाना है. किसान को लागत का 50 प्रतिशत दाम दिलाने के जो प्रस्ताव पारित किए गए हैं. जो प्रस्ताव पर निर्णय यहां लिए गए आने वाले समय में कांग्रेस की बेहतरी के लिए यह बेहद अच्छे है."

राष्ट्रीय महाधिवेशन कांग्रेस पार्टी के लिए कितना फायदेमंद जानें

रायपुर: कांग्रेस महाअधिवेशन के समापन सत्र में जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया. तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस का महाधिवेशन की यह औपचारिक रूप से समापन है. लेकिन इसके साथ ही एक नए कांग्रेस का आगाज होने जा रहा है. खड़गे ने भाषण में नारा दिया कि "मजबूत कांग्रेसी से बुलंद भारत का निर्माण हो सकता है." रायपुर में आयोजित हुए महाधिवेशन के बाद से अब कांग्रेस पार्टी नए कलेवर में नजर आने वाली है.

महाअधिवेशन को मिला अच्छा रिस्पांस: इस 3 दिन के अधिवेशन को लेकर राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा का कहना है कि "भारत जोड़ो यात्रा से कार्यकर्ताओं में जो उत्साह आया है. उस उत्साह की परिणीति इस महाधिवेशन में हुई है. इसके साथ ही हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चल ही रहा है. मुझे लगता है इस अधिवेशन के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं में भी उत्साह है. वह इंतजार कर रहे थे कि पार्टी सड़क पर आए और वह प्रतीक्षा खत्म हुई. भारत जोड़ो यात्रा का भी जिस तरह से रिस्पांस मिला है और आज महाधिवेशन में पिछले तीन दिनों में जो रिस्पांस मिला है. जाहिर सी बात है कि उत्साह वर्कर और वोटर में है."

"नरेंद्र मोदी राहुल गांधी से घबराते हैं": पवन खेड़ा ने कहा कि "राहुल गांधी में महात्मा गांधी की सरलता है. पंडित जवाहरलाल नेहरु की गहराई है. इसमें किसी को संशय नहीं है. क्यों नरेंद्र मोदी राहुल गांधी से घबराते हैं. वे इसलिए घबराते हैं कि उनके पास जवाब नहीं है. राहुल गांधी पार्लियामेंट में एक शब्द भी बोल देते हैं तो नेहरू और गांधी तक नरेंद्र मोदी पहुंच जाते हैं. जाहिर सी बात राहुल गांधी हमे एक विरासत दिखती है. उस विरासत के वही गुण है जो महात्मा गांधी और नेहरू में थे."


"देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए हैं": पवन खेड़ा ने कहा कि " यह पर्टी के 138 साल के इतिहास में 85 वां महाधिवेशन है. जहां देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए हैं. जनता की सरकार से जुड़ी देश की जितनी योजनाएं हैं. उनमें कई योजनाएं ऐसी भी हैं जिनके मूल विचार हमारे अधिवेशन में आए हैं. यहां तक कि भारत के सविधान में शामिल मूल अधिकार का विचार भी हमारे महा अधिवेशन के कराची रिजॉल्यूशन में आया था. आज बहुत सी बातें हमारे रिजॉल्यूशन में आए है. रायपुर में हमें उसी क्रम भाई के तहत पॉलिटिकल ,इकोनॉमी, इंटरनेशनल अफेयर्स, एग्रीकल्चर, सोशल जस्टिस, और युवाओ से संबंधित प्रस्ताव को आखिरी रोड दिया गयाय उन्हीं प्रस्तावों को पारित किया और पास भी किया. यह काम बहुत से चरणों में हुआ और बहूत से साथियों ने इसे अपने अनुभव से संपन्न बनाया."

"अधिवेशन से पार्टी को मिलेगा फायदा": कांग्रेस के अधिवेशन को लेकर वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "कांग्रेस पार्टी को इस अधिवेशन का फायदा तो मिलने वाला है. इसकी शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा से ही हो गई थी. अब कांग्रेस पार्टी नए स्वरूप में देखने को मिलेगी. जिस तरह से पार्टी के अंदर राहुल गांधी का मान सम्मान बढ़ाया है. लोगों के बीच में स्वीकार्यता बढ़ी है लोगों के बीच में होने जा कर काम किया. भारत जोड़ो यात्रा निकाली. इससे कांग्रेस के ग्राफ में थोड़ी बढ़ोतरी होगी. कांग्रेस के महाधिवेशन में जो प्रस्ताव पारित किए गए निश्चित तौर पर इसमें नौजवान, मान सम्मान, किसान है.

"छत्तीसगढ़ की योजनाओं की सराहना": वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "आने वाले चुनाव में यह इसे अपने घोषणापत्र में भी शामिल करेंगे. आगे इसका फायदा पार्टी को जरूर मिलेगा. जिस तरह से छत्तीसगढ़ की योजनाओं की सराहना की गई. राष्ट्रीय स्तर पर उसे पहुंचाया जा रहा है. इससे निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मनोबल भी बढ़ेगा. उनकी योजनाएं छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि केंद्र में भी उसे प्रमोट कर रहा है. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व आने वाले दिनों में इसे भी मेनिफेस्टो में रख सकते हैं और देश के लिए नई ब्लू प्रिंट तैयार की है."

यह भी पढ़ें: Raipur Congress plenary session: भूपेश बघेल इस अधिवेशन से कितने हुए मजबूत, पार्टी में कैसे बढ़ा सीएम बघेल का ग्राफ !

महाधिवेशन का यह निकला निचोड़: वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि "जिस तरह से कांग्रेस के महाधिवेशन में जो निचोड़ निकल कर सामने आया है. जिसमें सीडब्ल्यूसी में 24 में से 36 मेंबर रहेंगे. कमेटी में नौजवान, महिला और हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलेगा. जिनमें एसटी, एससी, ओबीसी, अल्पसंख्यक सभी को स्थान मिलेगा. पहले इस तरह का रिजर्वेशन नहीं था. अब बाकी लोगों को भी मौका मिलेगा इसका फायदा मिलेगा. अधिवेशन में एमएसएमई की बात की गई. जिनमें 12 करोड़ लोगों जो अछूते रह गए हैं. उन्हें रोजगार देने का प्रयास किया जाना है. किसान को लागत का 50 प्रतिशत दाम दिलाने के जो प्रस्ताव पारित किए गए हैं. जो प्रस्ताव पर निर्णय यहां लिए गए आने वाले समय में कांग्रेस की बेहतरी के लिए यह बेहद अच्छे है."

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