रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए सबसे बड़े बैंक फर्जीवाड़ा मामले में रायपुर पुलिस ने एक और खुलासा (raipur axis bank scam ) किया है. रायपुर पुलिस एक्सिस बैंक फर्जीवाड़ा के दो मास्टरमाइंड को हैदराबाद से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लेकर (axis bank scam Two accused arrested from Hyderabad) आई है. हैदराबाद से गिरफ्तार आरोपी मास्टरमाइंड सतीश वर्मा से एक करोड़ एक लाख रुपये नगदी जप्त किया है. वहीं फर्जीवाड़े के 16 करोड़ 40 लाख रुपये में से अब तक पुलिस ने 2 करोड़ 34 लाख नगदी बरामद किया है. जबकि 1 करोड़ 18 लाख रुपये की राशि जो अलग-अलग बैंकों में जमा कराए गए हैं. उसे होल्ड कराया है. इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन करोड़ 5 लाख रुपये की राशि जब्त कर ली है. एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने आठ आरोपियों की गिरफ्तारी की है. आगे भी कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी हो ( bank scam in chhattisgarh) सकती है.
क्या है एक्सिस बैंक घोटाला मामला: दरअसल पूरा मामला राजधानी रायपुर के मुजगहन थाना क्षेत्र का है. जहां डूंडा स्थित एक्सिस बैंक में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था. एक्सिस बैंक के क्लस्टर हेड बी आनंद ने मुजगहन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके बैंक में छत्तीसगढ़ राज्य कृषि मंडी बोर्ड का खाता है. इस खाते से सतीश वर्मा और चंद्रभान सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से चेक बुक जारी कराया. उसके बाद 16 करोड़ 40 लाख रुपए अलग अलग शहरों के बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए हैं. शिकायत के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की. 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था. उसके बाद से नए नए खुलासे इस फर्जीवाड़ा में उजागर हो रहे हैं.
एनजीओ को भी पुलिस ने जारी किया नोटिस: फर्जीवाड़े में ढाई करोड़ से ज्यादा की रकम एक एनजीओ में जमा कराया गया था. पुलिस के मुताबिक एनजीओ शिवन्या फाउंडेशन में आरोपियों ने पैसे ट्रांसफर किए थे. जिसके बाद सभी पैसे को अलग-अलग खाते में ट्रांसफर किया. एनजीओ को चलाने के लिए खाते में 5 लाख रुपये छोड़ा गया था. एनजीओ की महिला संचालिका वर्तमान में शहर से बाहर है. इसलिए संचालिका के नाम नोटिस जारी किया गया है. एनजीओ संचालिका से भी पुलिस पूछताछ करेगी.
मंडी बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी भी जांच के दायरे में शामिल: एक्सिस बैंक में फर्जीवाड़े के बाद एक्सिस बैंक के मैनेजर को गिरफ्तार किया गया. अब पुलिस ने मंडी बोर्ड से जुड़े लोगों की जांच शुरू कर दी है. विभाग से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों की भूमिका भी संदेह के दायरे में है. पुलिस जांच कर रही है कि आखिर ठगों की मंडी बोर्ड में मदद किसने की. इसके लिए बोर्ड के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी.
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रायपुर एक्सिस बैंक घोटाले में अब तक 8 आरोपियों की गिरफ्तारी: फर्जीवाड़े की शिकायत मिलने के बाद रायपुर पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया है. रायपुर पुलिस इस मामले में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें रायपुर से सौरभ मिश्रा, आबिद खान, संदीप रंजन दास, समीर कुमार जांगड़े, गुलाम मुस्तफा, सत्यनारायण वर्मा उर्फ सतीश वर्मा, साईं प्रवीण रेड्डी और श्रीनिवास शामिल है. इसमें सतीश वर्मा और साई प्रवीण रेड्डी को पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. जबकि श्रीनिवास राव बेंगलुरु के रहने वाले हैं. आने वाले दिनों में आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है.
रायपुर एसएसपी ने किया खुलासा: एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि "मुजगहन थाना में दर्ज एक्सिस बैंक फ्रॉड के मामले में 5 आरोपियों की पहले गिरफ्तारी हुई थी. ये सभी रायपुर के रहने वाले हैं. इसके अलावा तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. जिसमें एक बैंगलोर का और दो हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. इनसे एक करोड़ एक लाख रुपये जप्त किया गया है. इससे पहले भी पुलिस ने 2 करोड़ 34 लाख रुपये सीज किया था. इसके अलावा एक करोड़ 18 लाख रुपये अन्य खातों में ट्रांसफर किये गए थे. उसको होल्ड कराया गया है. इस तरह कुल 3 करोड़ 52 लाख रुपये पुलिस ने सीज किया है. हैदराबाद से गिरफ्तार साईं प्रवीण रेड्डी दो साल पहले भिलाई में रहा है. किसी परिचित के माध्यम से रेड्डी सौरभ मिश्रा से मिला, जो रायपुर के रहने वाले आरोपियों में से प्रमुख था. हैदराबाद से लाए गए आरोपियों के संबंध में कोर्ट से रिमांड मांगा गया है. इसके बाद सभी 8 आरोपियों से पुलिस पूछताछ करेगी. इसमें और आरोपियों के बढ़ने की संभावना है."