रायपुर: एम्स के डॉक्टर कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अपना अनुभव सार्क देशों के प्रमुखों से साझा करेंगे. इसके लिए दिल्ली एम्स के साथ प्रधानमंत्री ने रायपुर एम्स को भी शामिल किया है. इसे लेकर एम्स के अधीक्षक ने अपने अनुभव ETV भारत से बांटे.
बातचीत के अंश-
सवाल- सार्क देशों के साथ आप अपने अनुभव साझा करने जा रहे हैं ?
एम्स रायपुर के सभी डॉक्टर्स के साथ बहुत अच्छे अनुभव मिले हैं. किसी भी तरह के रोग से डरना नहीं चाहिए, जो प्रधानमंत्री ने लॉक डाउन की घोषणा की उससे बहुत फायदा हुआ है. यही बहुत बड़ा अनुभव है. इसके लिए जो हम दवाईयां उपयोग कर रहे हैं, उससे मरीज ठीक हो रहे हैं. ये बहुत बड़ा अनुभव हमें प्राप्त हुआ है.
दवाईयों को लेकर एम्स कोई रिसर्च करने वाला है?
ऐसी कोई स्थिति आती है, तो इस पर डॉक्टर रिसर्च करते रहते हैं. माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के लोग हैं सभी हर दिन कोई न कोई रिसर्च कर रहे हैं. दवाईयों को लेकर बहुत सारे प्रयोग किए जा रहे हैं. जैसे-जैसे मरीज आएंगे उस हिसाब से और भी रिसर्च किए जाएंगे. विदेश के सम्मेलन में बहुत कुछ सीखने को मिलता है. एक ये भी हमारे लिए गौरव का विषय है कि विदेशों को डॉक्टर्स यहां की प्रणाली को जानना चाहते है मांग कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री लगातार एम्स की तारीफ करते हैं, किस तरह से विभाग से सहयोग मिला आपको?
बहुत अच्छा लगता है जब स्वास्थ्य मंत्री हमारी व्यवस्था और प्लानिंग की तारीफ करते हैं, उनके मार्गदर्शन में हमने सब तैयारियां की हैं, उन्होंने भी बहुत बार विजिट किया है. उन्होंने किसी भी तरह की कमी का एहसास नहीं होने दिया. पूरे छत्तीसगढ़ के मरीज यही आकर इलाज करा रहे है ये हमारे लिए एक उपलब्धि है.