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रायपुर में बेमौसम बारिश से अनुकंपा संघ की बढ़ी मुश्किलें, पंडाल से टपकने लगा पानी

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Published : Jan 4, 2023, 10:21 PM IST

बुधवार को राजधानी सहित प्रदेश के कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी के साथ घना कोहरा देखने को मिला. Compassionate Association protest in raipur बुधवार सुबह हुई बारिश का असर अनुकंपा संघ के प्रदर्शन स्थल पर भी देखने को मिला. प्रदर्शन स्थल पर लगाए गए पंडाल के ऊपर से पानी भी टपकने लगा. raipur news update जिस वजह से दिवंगतों के परिजन और विधवाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

Compassionate union problems increased due to rain
बारिश से अनुकंपा संघ की बढ़ी मुश्किलें
बारिश से अनुकंपा संघ की बढ़ी मुश्किलें

रायपुर: बारिश और कोहरे की वजह से ठंडी भी काफी बढ़ गई है. प्रदर्शनकारियों को ठिठुरन का भी सामना करना पड़ा. Compassionate Association protest in raipur अनुकंपा संघ के लोगों ने बताया कि "पिछले 77 दिनों तक मौसम साफ था. raipur news update लेकिन आज 78 वें दिन बेमौसम बारिश की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा."

हम अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 78 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर है. Compassionate Association protest in raipur पंचायत शिक्षक की विधवा संगीता पटेल ने कहा कि "हम अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. किसी से भीख नहीं मांग रहे हैं. Late Panchayat Teachers Compassionate Association बल्कि अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. raipur news update इन विधवा महिलाओं में सरकार के प्रति आक्रोश और नाराजगी भी देखने को मिली."

"क्या प्रदेश की सरकार गूंगी बहरी और अंधी हो गई है": पंचायत शिक्षक की विधवा शांति साहू ने कहा कि "क्या प्रदेश की सरकार गूंगी बहरी और अंधी हो गई है. Compassionate Association protest in raipur आखिर उन्हीं के प्रदेश की बहू बेटी सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि बहू बेटियों का ख्याल रखते हुए उन्हें जल्द ही अनुकंपा नियुक्ति की सौगात दे देनी चाहिए. विधवा महिलाएं सरकार से यही गुहार लगा रही हैं, कि उनके पति के चले जाने के बाद घर में ऐसा कोई कमाने वाला शख्स नहीं है. Late Panchayat Teachers Compassionate Association जो दो वक्त की रोजी-रोटी कमाकर दे सके. पति के साथ घर के दूसरे सदस्य की भी मौत हो चुकी है."

शिक्षाकर्मियों के संविलियन के बाद मिली उम्मीद: प्रदेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया था. Compassionate Association protest in raipur ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है. raipur news update लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों के निधन हुए हैं. Late Panchayat Teachers Compassionate Association उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें: Mahtari Dular scheme: Corona में बेसहारा हुए बच्चों को सरकार दे रही मुफ्त शिक्षा, 6480 बच्चों का खर्च उठा रही सरकार

प्रदेश में लगभग 935 दिवंगत पंचायत शिक्षक आश्रित: पूरे प्रदेश में लगभग 935 दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित हैं. Late Panchayat Teachers Compassionate Association जो अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. raipur news update विधवा महिलाओं का कहना है कि "डीएड बीएड और टीईटी की अनिवार्यता को शिथिल करते हुए. दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजनों को उनके शैक्षणिक योग्यता के अनुसार तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी या फिर सहायक शिक्षकों के पद पर अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए."

बारिश से अनुकंपा संघ की बढ़ी मुश्किलें

रायपुर: बारिश और कोहरे की वजह से ठंडी भी काफी बढ़ गई है. प्रदर्शनकारियों को ठिठुरन का भी सामना करना पड़ा. Compassionate Association protest in raipur अनुकंपा संघ के लोगों ने बताया कि "पिछले 77 दिनों तक मौसम साफ था. raipur news update लेकिन आज 78 वें दिन बेमौसम बारिश की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा."

हम अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 78 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर है. Compassionate Association protest in raipur पंचायत शिक्षक की विधवा संगीता पटेल ने कहा कि "हम अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. किसी से भीख नहीं मांग रहे हैं. Late Panchayat Teachers Compassionate Association बल्कि अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. raipur news update इन विधवा महिलाओं में सरकार के प्रति आक्रोश और नाराजगी भी देखने को मिली."

"क्या प्रदेश की सरकार गूंगी बहरी और अंधी हो गई है": पंचायत शिक्षक की विधवा शांति साहू ने कहा कि "क्या प्रदेश की सरकार गूंगी बहरी और अंधी हो गई है. Compassionate Association protest in raipur आखिर उन्हीं के प्रदेश की बहू बेटी सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि बहू बेटियों का ख्याल रखते हुए उन्हें जल्द ही अनुकंपा नियुक्ति की सौगात दे देनी चाहिए. विधवा महिलाएं सरकार से यही गुहार लगा रही हैं, कि उनके पति के चले जाने के बाद घर में ऐसा कोई कमाने वाला शख्स नहीं है. Late Panchayat Teachers Compassionate Association जो दो वक्त की रोजी-रोटी कमाकर दे सके. पति के साथ घर के दूसरे सदस्य की भी मौत हो चुकी है."

शिक्षाकर्मियों के संविलियन के बाद मिली उम्मीद: प्रदेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया था. Compassionate Association protest in raipur ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है. raipur news update लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों के निधन हुए हैं. Late Panchayat Teachers Compassionate Association उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

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प्रदेश में लगभग 935 दिवंगत पंचायत शिक्षक आश्रित: पूरे प्रदेश में लगभग 935 दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित हैं. Late Panchayat Teachers Compassionate Association जो अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. raipur news update विधवा महिलाओं का कहना है कि "डीएड बीएड और टीईटी की अनिवार्यता को शिथिल करते हुए. दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजनों को उनके शैक्षणिक योग्यता के अनुसार तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी या फिर सहायक शिक्षकों के पद पर अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए."

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