रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने ट्रेनों के कैंसल होने वाली परेशानी को गंभीरता से लिया है. रेलवे द्वारा पटरियों के मरम्मत काम में तेजी लायी गई है. साथ ही ट्रेनों को कैंसल करने के बजाए उसे कुछ देर किसी स्टेशन में रोकने का फैसला लिया है. ताकि मरम्मत का काम भी न रूके और ट्रेनों का परिचालन भी जारी रहे. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बोर्ड के सीनियर पब्लिसिटी ऑफिसर से खास बातचीत की है.
सवाल: रेलवे द्वारा दी गई इस नयी सुविधा के पीछे क्या उद्देश्य हैं इसके बारे में और अधिक जानकारी दीजिये?
जवाब: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में इंफ्रास्ट्रक्चर का काम काफी अधिक हो रहा है. दपूमरे में रेलवे पटरियों के रिपेयरिंग के साथ कुछ जगहों पर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के तहत तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का काम कर रहा है. जिसमें बहुत अधिक समय लगता था. इसको लेकर आत्ममंथन किया जा रहा है और ऐसी तकनीक इजात की जा रही है, जिससे कम समय में काम भी पूरा हो सके. जिससे यात्री गाड़ियों को कैसल भी ना करना पड़े.
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सवाल: इंटरलॉकिंग के काम को कम समय में कैसे पूरा किया जाएगा?
जवाब: नॉन इंटरलॉकिंग का काम जो होता है उसमे रेलवे के काफी ज्यादा साधन संसाधन लगते हैं. इसमें अभी नई तकनीक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा जारी की गई है. इसके तहत जिस काम को पूरा करने में चार पांच दिन का समय लगता था, उसे अब 7-8 घंटे में पूरा कर लिया जाइगा. अधिक व्यय न हो इसलिए नई तकनीक का इस्तेमाल कर इस काम को पूरा किया जा रहा है. रेलवे एक बहुविभागीय संस्था है, तो सभी विभागों के समंवय के साथ काम कम समय में पूरा हो रहा है.
सवाल: इस काम के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाई गई है?
जवाब: पर्याप्त साधन व संसाधन होने की वजह से मजदूरों की संख्या में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं की गई है.
सवाल: साल खत्म होने है व नया साल आने वाला है, तो इस नए साल में रेलवे की ओर से यात्रियों को क्या तोहफा दिया जाएगा?
जवाब: नए साल के तोहफे के तौर पर हम यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में हर संभव प्रयास करेंगे. इसी कड़ी में हमने ट्रेनों में नए कोच की भी व्यवस्था की है.