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लोकल ट्रेनों के संचालन नहीं होने से परेशान हो रहे यात्री

रायपुर से लोकल ट्रेनों का संचालन नहीं हो रहा है. अन्य ट्रेनों की संख्या बहुत सीमित है. ऐसे में यात्री परेशान हो रहे हैं. लोग मांग कर रहे हैं कि पहले की तरह लोकल ट्रेनों को दोबारा संचालित किया जाए. ताकि उन्हें सुविधाएं मिल सके और किराया भी कम लगे.

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लोकल ट्रेनों के संचालन नहीं होने से परेशान हो रहे यात्री
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Published : Jan 27, 2021, 5:59 PM IST

रायपुर: लोकल ट्रेनों की कमी के कारण आए दिन लोग परेशान हो रहे हैं. राजधानी के रेलवे स्टेशन में रोज हजारों की संख्या में लोग यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन लोकल ट्रेनों के संचालन नहीं होने के कारण उन्हें निराशा हाथ लग रही है. लोग मांग कर रहे हैं कि पहले की तरह लोकल ट्रेनों को दोबारा संचालित किया जाए.

लोकल ट्रेनों के संचालन नहीं होने से परेशान हो रहे यात्री

ETV भारत ने राजधानी के रेलवे स्टेशन जाकर लोगों से बातचीत की है. लोगों का कहना है कि उन्हें लोकल ट्रेनों की कमी खल रही है. साथ ही अधिक किराया देकर सफर करना पड़ रहा है. बता दें कि लोकल ट्रेन रास्ते के हर छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों पर रूकती है. जिसके कारण लोगों को सुविधा मिलती थी. लेकिन अब रास्ता कठिन हो गया है. ट्रेनें गिनेचुने स्टेशन पर रुकती है.

पढ़ें: 3 मिनट में 3.5 किलोमीटर लंबी 300 डिब्बों वाली ट्रेन देखिए

30 सितंबर से बंद ट्रेन

कोरोना संक्रमण काल के दौरान किए गए लॉकडाउन में ट्रेन, बस और फ्लाइट की सेवा को बंद कर दिया गया था. जैसे-जैसे हालात सही होते गए सुविधाओं को दोबारा बहाल किया गया. 1 जून से पूरे देश में 200 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया. रायपुर से 3 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन हो रहा था. 5 सितंबर से प्रदेश में 3 लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन यात्री ना मिलने की वजह से 30 सितंबर को लोकल ट्रेनों को बंद कर दिया गया. जिसके बाद से अभी तक प्रदेश में लोकल ट्रेन शुरू नहीं की जा सकी है. जिससे यात्री काफी परेशान हैं. आम दिनों में रायपुर से कुल 130 ट्रेन होकर गुजरती थी.

आम दिनों में छत्तीसगढ़ में चलने वाली लोकल ट्रेन

  • रायपुर - दुर्ग मेमू
  • रायपुर - बिलासपुर लोकल
  • बिलासपुर - रायपुर पैसेंजर
  • रायपुर - डोंगरगढ़ पैसेंजर
  • दुर्ग - रायपुर पैसेंजर
  • दुर्ग - अंबिकापुर पैसेंजर
  • रायपुर - कोरबा हसदेव पैसेंजर
  • अंबिकापुर - दुर्ग पैसेंजर
  • रायपुर केवटी डेमू
  • डोंगरगढ़ - बिलासपुर पैसेंजर

यात्री संतोष यादव ने बताया कि लोकल ट्रेन नहीं चलने की वजह से वह काफी परेशान है. डेली रायपुर से आना जाना करता है. लोकल ट्रेन नहीं चलने की वजह से उन्हें पैसेंजर या एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा करनी पड़ रही है. जिससे भाड़ा काफी ज्यादा लग रहा है. अनलॉक प्रक्रिया के दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की तरफ से सबसे पहले तीन ट्रेन का संचालन किया गया. इसमें दुर्ग-अंबिकापुर, रायपुर-कोरबा हसदेव और रायपुर केवटी डेमू ट्रेन शामिल थी. लेकिन यात्री ना मिलने की वजह से इन ट्रेनों को 30 सितंबर के बाद बंद कर दिया गया.

पढ़ें: चलती ट्रेन में 'थ्री इडियट्स' के रैंचो की तरह लैब टेक्नीशियन ने कराई डिलीवरी

प्रक्रिया में है ट्रेनों का संचालन

रेलवे डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता का कहना है कि कोविड-19 और लॉकडाउन के बाद सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. जिसके बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जाने लगी. उसके बाद स्थिति थोड़ी-थोड़ी नॉर्मल होने लगी थी. इसके बाद मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों को स्पेशल के तौर पर चलाया गया. आगे जो गाड़ियां चलाई जानी है वह मिनिस्ट्री ऑफ रेलवेज , होम मिनिस्ट्री , हेल्थ मिनिस्ट्री और स्टेट गवर्नमेंट के साथ संपर्क कर चलाने की प्रक्रिया की जा रही है.

रायपुर: लोकल ट्रेनों की कमी के कारण आए दिन लोग परेशान हो रहे हैं. राजधानी के रेलवे स्टेशन में रोज हजारों की संख्या में लोग यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन लोकल ट्रेनों के संचालन नहीं होने के कारण उन्हें निराशा हाथ लग रही है. लोग मांग कर रहे हैं कि पहले की तरह लोकल ट्रेनों को दोबारा संचालित किया जाए.

लोकल ट्रेनों के संचालन नहीं होने से परेशान हो रहे यात्री

ETV भारत ने राजधानी के रेलवे स्टेशन जाकर लोगों से बातचीत की है. लोगों का कहना है कि उन्हें लोकल ट्रेनों की कमी खल रही है. साथ ही अधिक किराया देकर सफर करना पड़ रहा है. बता दें कि लोकल ट्रेन रास्ते के हर छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों पर रूकती है. जिसके कारण लोगों को सुविधा मिलती थी. लेकिन अब रास्ता कठिन हो गया है. ट्रेनें गिनेचुने स्टेशन पर रुकती है.

पढ़ें: 3 मिनट में 3.5 किलोमीटर लंबी 300 डिब्बों वाली ट्रेन देखिए

30 सितंबर से बंद ट्रेन

कोरोना संक्रमण काल के दौरान किए गए लॉकडाउन में ट्रेन, बस और फ्लाइट की सेवा को बंद कर दिया गया था. जैसे-जैसे हालात सही होते गए सुविधाओं को दोबारा बहाल किया गया. 1 जून से पूरे देश में 200 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया. रायपुर से 3 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन हो रहा था. 5 सितंबर से प्रदेश में 3 लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन यात्री ना मिलने की वजह से 30 सितंबर को लोकल ट्रेनों को बंद कर दिया गया. जिसके बाद से अभी तक प्रदेश में लोकल ट्रेन शुरू नहीं की जा सकी है. जिससे यात्री काफी परेशान हैं. आम दिनों में रायपुर से कुल 130 ट्रेन होकर गुजरती थी.

आम दिनों में छत्तीसगढ़ में चलने वाली लोकल ट्रेन

  • रायपुर - दुर्ग मेमू
  • रायपुर - बिलासपुर लोकल
  • बिलासपुर - रायपुर पैसेंजर
  • रायपुर - डोंगरगढ़ पैसेंजर
  • दुर्ग - रायपुर पैसेंजर
  • दुर्ग - अंबिकापुर पैसेंजर
  • रायपुर - कोरबा हसदेव पैसेंजर
  • अंबिकापुर - दुर्ग पैसेंजर
  • रायपुर केवटी डेमू
  • डोंगरगढ़ - बिलासपुर पैसेंजर

यात्री संतोष यादव ने बताया कि लोकल ट्रेन नहीं चलने की वजह से वह काफी परेशान है. डेली रायपुर से आना जाना करता है. लोकल ट्रेन नहीं चलने की वजह से उन्हें पैसेंजर या एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा करनी पड़ रही है. जिससे भाड़ा काफी ज्यादा लग रहा है. अनलॉक प्रक्रिया के दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की तरफ से सबसे पहले तीन ट्रेन का संचालन किया गया. इसमें दुर्ग-अंबिकापुर, रायपुर-कोरबा हसदेव और रायपुर केवटी डेमू ट्रेन शामिल थी. लेकिन यात्री ना मिलने की वजह से इन ट्रेनों को 30 सितंबर के बाद बंद कर दिया गया.

पढ़ें: चलती ट्रेन में 'थ्री इडियट्स' के रैंचो की तरह लैब टेक्नीशियन ने कराई डिलीवरी

प्रक्रिया में है ट्रेनों का संचालन

रेलवे डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता का कहना है कि कोविड-19 और लॉकडाउन के बाद सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. जिसके बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जाने लगी. उसके बाद स्थिति थोड़ी-थोड़ी नॉर्मल होने लगी थी. इसके बाद मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों को स्पेशल के तौर पर चलाया गया. आगे जो गाड़ियां चलाई जानी है वह मिनिस्ट्री ऑफ रेलवेज , होम मिनिस्ट्री , हेल्थ मिनिस्ट्री और स्टेट गवर्नमेंट के साथ संपर्क कर चलाने की प्रक्रिया की जा रही है.

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