रायपुर: इस साल होली त्योहार 8 मार्च को मनाया जाने वाला है. 27 फरवरी से होलाष्टक की शुरुआत हो चुकी है जो 9 दिनों तक रहेगी. इस दौरान 9 दिनों तक कोई भी शुभ और मांगलिक काम नहीं किया जाता. सभी नवग्रह उग्र अवस्था में होते हैं. हर एक दिन कोई ना कोई ग्रह उग्र रहता है.
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "होलिका दहन का शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 6 मार्च शाम 4:17 पर होगी. इसका समापन 7 मार्च को शाम 6:09 पर होगी. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 7 मार्च को मंगलवार शाम 6:24 से रात्रि 8:51 तक रहेगा. 6:39 शाम को कन्या लग्न प्रारंभ हो रहा है, जिसमें राहु अष्टम होंगे. जो लोगों के स्वभाव में उग्रता दे सकते हैं, इससे बचने का उपाय हर किसी को करना होगा."
होलिका दहन पर राहु का साया: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "होलिका दहन पर राहु ग्रह का असर दिखेगा. होलिका दहन के दिन इस साल राहु ग्रह उग्र रहेगा. ऐसे में व्यक्ति को कई तरह की समस्या आ सकती है. राहु ग्रह के उग्र होने से व्यक्ति के विचार कर्म आदि पर बुरा असर पड़ता है. राहु का बुरा असर व्यक्ति को बुराई का ओर ले जाता है. जिसके कारण चोरी डकैती आदि करने लगता है, इसके साथ ही मांस, मदिरा, जुआ आदि खेलने लगता है. शारीरिक मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है."
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उग्र राहु ग्रह को शांत करने का मंत्र: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "उग्र राहु ग्रह को शांत करने के लिए मंत्र का जाप करना चाहिए. होलिका दहन के दिन सहित अन्य दिनों में सुबह स्नान आदि से निवृत होकर राहु के मंत्र का 108 बार जाप करें. मंत्र ॐ रां राहवे नमः काले तिल से करें. उग्र राहु को शांत करने का उपाय यह भी है कि भगवान शिव की पूजा और उनका अभिषेक करना चाहिए.
होलिका दहन के दिन शिवलिंग पर करें अभिषेक: शनिवार और सोमवार या फिर होलिका दहन के दिन जल में थोड़े से काले तिल डालकर शिवलिंग पर अभिषेक करें. इन चीजों को जल में प्रवाहित करना चाहिए. जैसे सुपा में नीला वस्त्र, काले तिल, कंबल, तेल से भरा ताम्रपत्र, लोहा, सप्त अनाज, अभ्रक, गोमेद आदि रख दें. इसे एक कपड़े में बांध दें और नदी तालाबों में प्रवाहित कर दें. जिससे आपको शुभ फल मिलेगा और राहु भी शांत होगा."