रायपुर : छत्तीसगढ़ के राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम और छाया वर्मा का कार्यकाल 29 जून को पूरा हो जाएगा. इनकी जगह प्रदेश से दो नए सदस्य राज्यसभा भेजे जाएंगे. आंकड़ों के आधार से, अब इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. कांग्रेस ने इन दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है. कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला और बिहार की रंजीत रंजन को प्रत्याशी बनाया है.
बीजेपी ने कांग्रेस पर बोला हमला: इन दोनों, नामों की घोषणा के बाद राज्य की विपक्षी पार्टी, बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी नेताओं ने दोनों सीटें छत्तीसगढ़ के बाहर के नेताओं को दिए जाने पर सवाल किया है, कि कांग्रेसियों का छत्तीसगढ़िया वाद, कहां गया ? नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस के फैसले को छत्तीसगढ़ियों के साथ किया गया छलावा बताया है. कांग्रेस की ओर से, बीजेपी नेताओं को भी जवाब दिया गया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि बीजेपी के नेताओं को आत्म अवलोकन करना चाहिए, कि राज्यसभा चुनाव की, चल रही प्रक्रिया में जनता ने उन्हें, खड़े होने के लायक क्यों नहीं छोड़ा ?
ये भी पढ़ें: रायपुर पहुंचे राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन, मंगलवार को होगा नामांकन
धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस पर किए सवाल: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस द्वारा, राज्यसभा के लिये प्रदेश के किसी भी कांग्रेसी को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने को, छत्तीसगढ़ के लोगो के साथ बड़ा छलावा और धोखा बताया है. नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने सवाल किया है, कि क्या कांग्रेस के पास पूरे प्रदेश में राज्यसभा के लिए एक भी योग्य उम्मीदवार नहीं है ? कौशिक ने कहा कि एक बार फिर से कांग्रेस ने राज्य से बाहर के नेताओं को राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है, कौशिक के मुताबिक कांग्रेस का यह फैसला छत्तीसगढ़ के लोगों को अयोग्य घोषित करने जैसा ही है. कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने पूर्व में भी मोहसिना किदवई और केटीएस तुलसी को प्रदेश की सीटों से राज्यसभा भेजा था. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रतिनिधित्व देना ही नहीं चाहती है.
कांग्रेस की नसीहत बीजेपी करे आत्मअवलोकन:प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. शुक्ला ने कहा है कि राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद के लिए प्रत्याशी बनाया है, दोनों ही बड़े योग्य और अनुभवी नेता हैं. कांग्रेस के लिए समर्पित, इन नेताओं की उम्मीदवारी और राज्यसभा में इनके चयन से सिर्फ छत्तीसगढ़ की ही नहीं बल्कि देश की आवाज राज्यसभा के सदन में गूंजेगी. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा " कि प्रदेश के सभी कांग्रेसी, इन दोनों नेताओं को उम्मीदवार बनाये जाने से प्रसन्न हैंं".
सुशील आनंद शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी के नेता धरमलाल कौशिक के बयान पर कहा कि बीजेपी नेताओं को आत्म अवलोकन करना चाहिए. अभी राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. इस चुनावी प्रक्रिया में उनकी पार्टी बीजेपी, कहां पर खड़ी है ? प्रदेश की जनता ने उन्हें इस लायक भी नहीं छोड़ा कि वे राज्यसभा के लिए कुछ सोच भी सकें. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्यसभा और लोकसभा में उम्मीदवार का चयन, किसी भी प्रदेश या क्षेत्र की सीमा से बंधा नहीं रहता. शुक्ला ने कहा, कि बीजेपी नेताओं को इतनी चिंता है, तो वे यह बताएं कि गुजरात से जाकर मोदी जी ने बनारस से चुनाव क्यों लड़ा ? भाजपा को इसका भी जवाब देना चाहिए कि स्मृति ईरानी गुजरात से जाकर अमेठी से चुनाव क्यों लड़ीं. कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्यसभा और लोकसभा में राजनीतिक परिस्थितियों के अनुसार पार्टियां फैसला लेती हैं. शुक्ला ने कहा कि इस विषय में अनावश्यक बयानबाजी, बीजेपी की ओछी राजनीतिक मानसिकता को दर्शाती है.
बीजेपी ने लपका स्थानीयता का मुद्दा:छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति के जानकार बाबूलाल शर्मा का कहना है, कि भारतीय जनता पार्टी को एक ऐसा मुद्दा मिल गया है, जिसे वह भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद, पार्टी के नेता अपनी सरकार को, छत्तीसगढ़ियों की हितैषी बताते रहे हैं. बाबूलाल शर्मा का मानना है,, कि अब, जब राज्यसभा की दोनों सीटों के लिए कांग्रेस ने प्रदेश के बाहर के नेताओं को उम्मीदवार बनाया है, तब स्थानीयता के मुद्दे को बीजेपी, हवा देने में नहीं चुकेगी. वरिष्ठ पत्रकार बाबूलाल शर्मा के अनुसार बीजेपी इस मुद्दे को लंबे समय तक उठाती रहेगी.
ये भी पढे़ं: राज्यसभा चुनाव : BJP उम्मीदवारों की लिस्ट जारी, मुख्तार अब्बास नकवी का नाम नहीं
रामविचार नेताम और छाया वर्मा का कार्यकाल हो रहा खत्म: राज्यसभा निर्वाचन-2022 के तहत छत्तीसगढ़ में रिक्त होने वाली दो राज्यसभा सदस्यों के निर्वाचन के लिए 10 जून को मतदान होगा. छत्तीसगढ़ राज्य के लिए राज्यसभा के कुल 5 सीटों में से दो राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम एवं छाया वर्मा का कार्यकाल 29 जून 2022 को समाप्त होने जा रहा है. राज्यसभा की रिक्त होने वाली इन दो सीटों के लिए राज्यसभा निर्वाचन के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 24 मई 2022 को अधिसूचना जारी कर दी गई है.
कब होगा मतदान: भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली द्वारा जारी राज्यसभा द्विवार्षिक कार्यक्रम के अनुसार अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन दाखिल किए जाने की अंतिम तिथि 31 मई (मंगलवार) को निर्धारित की गई है. नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 01 जून बुधवार को होगी. अथ्यर्थियों द्वारा नाम वापस किए जाने की अंतिम तिथि 03 जून शुक्रवार को तय की गई है. मतदान 10 जून शुक्रवार को सुबह 9 बजे से शाम 4.30 बजे तक निर्धारित की गई है. मतगणना 10 जून को ही शाम 5 बजे से होगी. राज्यसभा सदस्यों के निर्वाचन के लिए जारी अधिसूचना के अनुसार नाम-निर्देशन पत्र 31 मई तक सबेरे 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगी. राज्य में कुल 90 विधानसभा सदस्यों में से इंडियन नेशनल कांग्रेस के 71, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे.) के 3 तथा बहुजन समाज पार्टी के 2 सदस्यों के द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जाएगा. मतदान मतपत्रों के जरिए होगा.