रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना की बेहद तेज होती रफ्तार के बीच राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. पहले की तरह गांवों में फिर क्वॉरंटाइन सेंटर खुलेंगे. दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही आइसोलेट होना पड़ेगा. 7 दिन के क्वॉरेंटाइन के बाद ही उन्हें घर जाने की इजाजत होगी. राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिया है. सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर राज्य में कोविड-19 की रोकथाम हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थापना की जाएगी. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग निर्देश जारी किए हैं.
व्यवस्थाओं पर दिया जाए ध्यान
शासन ने बाहर से आने वाले व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने के निर्देश दिए गए हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर की निगरानी के लिए स्व-सहायता समूह, युवा समिति, निगरानी समिति को जिम्मा दिया गया है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्नान गृह निर्माण के लिए निर्देश दिए गए हैं.
मास्क और सेनेटाइजर जरूरी
क्वॉरेंटाइन सेंटर में रुकने वाले व्यक्तियों के लिए सैनिटाइजर, फिनाइल, डस्टबिन, झाडू, बाल्टी, गद्दा, दरी, नहाने और कपड़ा धोने का साबुन आदि आवश्यक सामाग्री उपलब्ध कराई जाएगी. मास्क, सैनेटाइजर, साबुन, दोना, पत्तल जैसी वस्तुओं को जिले के स्थानीय स्व-सहायता समूह से क्रय किया जाएगा.
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ग्राम पंचायत स्तर पर होगी व्यवस्था
क्वॉरेंटाइन भवन और सड़क सहित सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई का जिम्मा ग्राम पंचायतों को दिया गया है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों को सूखा राशन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.
15वें वित्त आयोग की राशि का होगा उपयोग
क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए भवनों के चयन में इस बात का ध्यान रखा जाये कि जिन भवनों में बांरहवी की परीक्षा आयोजित होने वाले हैं उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर न बनाया जाए. मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 15वें वित्त आयोग के राशि का नियमानुसार उपयोग किया जाएगा. क्वॉरेंटाइन सेंटर में यदि किसी को सर्दी-बुखार या इस तरह का कोई अन्य लक्षण दिखाई दिखाई दे तो तत्काल इसकी जांच कराई जाए. वहीं पॉजिटिव आने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश दिए गए हैं.