रायपुर : कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर किसान मोर्चा संघ के अध्यक्ष अनिल दुबे ने कहा कि " किसान मोर्चा इस अधिवेशन से उम्मीद करता है कि उनकी तीन मांगे पूरी की जाए. जिसमें पहला शराब दुकान की तर्ज पर समर्थन मूल्य पर खरीदी बिक्री केंद्र बनाया जाए. जहां किसानों की सभी तरह की फसलों की खरीदी की जाए. दूसरा बंद मंडियां खोली जाए और तीसरा कृषि भूमि, आदिवासी भूमि में उद्योग ना लगाया जाए. बस इतनी सी उम्मीद इस अधिवेशन से किसान मोर्चा संगठन रखता है."
क्या है शासकीय कर्मचारी की राय : शासकीय कर्मचारी विजय कुमार डागा के मुताबिक" कोई भी सरकारी कर्मचारी सरकार से अपेक्षा रखती है. यदि वे अपेक्षाएं पूरी होती है तो सरकार का दोबारा सत्ता में आने का रास्ता खुल जाता है. कर्मचारी हमेशा अपनी महंगाई भत्ते को लेकर के वेतन विसंगति को लेकर के अनियमितता के मुद्दे पर हमेशा से परेशान रहा है. जिस के निवारण के लिए कर्मचारियों ने हड़ताल किया है. धरने पर बैठे हैं. तो इस धरने और इस हड़ताल को बंद कराने के लिए कर्मचारियों की परेशानियों का समाधान यह सरकार करें हम इस अधिवेशन से यही उम्मीद रखते हैं. "
अधिवेशन को लेकर नागरिकों की राय : नागरिक विजय कुमार झा ने बताया कि " निसंदेह छत्तीसगढ़ की सरकार और छत्तीसगढ़ की जनता के लिए गौरव का विषय है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन छत्तीसगढ़ में हो रहा है. लेकिन क्या इस अधिवेशन में आने वाली राष्ट्रीय नेता क्या राज्य की बेरोजगारी अनियमित कर्मचारियों की संख्या भ्रष्टाचार जैसे कई मुद्दे पर कोई अहम फैसले लेकर इनका समाधान करेगी. यह सारे प्रश्न आज भी आम जनता के मन में उठ रहे हैं. "
नागरिक अखिल भारद्वाज ने कहा कि " कांग्रेस का जो अधिवेशन चल रहा है उसे ब्रेक करने के लिए कई बार कोशिश की जा चुकी है. जबकि कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में बहुत ही बेहतर काम किया है. सभी नागरिकों के लिए सड़क नाली बिजली पुल यातायात के साधन हॉस्पिटल रोजगार जैसे हर क्षेत्र में कांग्रेस ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. कभी सीबीआई जांच तो कभी ईडी जांच तो कभी अन्य जांच के द्वारा इस अधिवेशन को रोकने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए गए हैं जो कि सरासर गलत हैं."
वहीं राघवेंद्र साहू बताते हैं कि " इस बार भी हम कांग्रेस की सरकार ही चाहते हैं. रोजगार के अवसर बड़े भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री के तौर पर देख कर हम बेरोजगारी भत्ते के डिमांड करते हैं.हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस की सरकार स्थापित हो."
भूपेश सरकार की वापसी चाह रही जनता : इस तरह से आम जनता में भूपेश बघेल को लेकर काफी समर्थन देखा गया. लेकिन सभी लोगों का कहना एक ही है कि बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे ज्वलंत समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए. युवाओं में रोजगार के अवसर की ललक देखते बनी. अन्य लोगों से बात करते हुए जानकारी मिली की उन्हें किसी भी राजनीतिक पार्टी के सत्ता में आने से कोई फर्क नहीं पड़ता. यदि उन्हें फर्क पड़ता है तो केवल इतना कि सत्ता में चाहे कोई भी पार्टी हो लेकिन जनता की समस्या का निवारण उनकी प्राथमिकता सदैव होना चाहिए. तभी किसी भी पार्टी को जनता अपना संपूर्ण समर्थन देकर पूरी बहुमत से सत्ता में लाएगी.