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Bharose Ka Sammelan: बस्तर दौरे पर पहुंची प्रियंका गांधी ने गोठानों की महिलाओं की कला को सराहा

बस्तर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में शामिल हुई प्रियंका गांधी ने बस्तर के गोठानों की महिलाओं के हस्तशिल्प कला को सराहा. ये महिलाएं सघन नक्सलगढ़ से हैं. गोठानों के माध्यम से ये महिलाएं आर्थिक तौर पर मजबूत हो रही हैं.Bharose Ka Sammelan

priyanka gandhi  bastar visit
बस्तर दौरे पर प्रियंका गांधी
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Published : Apr 13, 2023, 7:42 PM IST

रायपुर: जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में कार्यक्रम में प्रियंका गांधी शामिल हुई. कार्यक्रम में अबूझमाड़ से आई महिला स्व सहायता समूह के कामों की प्रियंका ने जमकर तारीफ की. प्रियंका गांधी को अबूझमाड़ से आई एक महिला मानमती ने बताया कि "उनके समूह में 90 महिलाओं ने 1 साल में 15 लाख से भी अधिक की आय की है." ये सुनकर प्रियंका ने महिला को गले लगा लिया और कहा कि आप लोगों का समूह अच्छा काम कर रहा है.

गोठान की महिलाएं ऐसे करती हैं काम: नारायणपुर जिला के कोचवाही गांव के गोठान की ये महिलाएं फूड प्रोसेसिंग यूनिट, गोबर पेंट और पेवर ब्लॉक के निर्माण से जुड़ कर खुद को मजबूत कर रही हैं. फूड प्रोसेसिंग यूनिट में कुल 90 महिलाएं काम करती है. ये महिलाएं कोदो चावल, ब्लैक राइस, ब्राउन राइस, रेड राइस की प्रोसेसिंग के अलावा 5 तरह के कुकीज से बिस्किट तैयार कर रही हैं. इसमें मिलेट्स से संबंधित कोदो, कुटकी, महुआ, गुड़, रागी, इमली का बिस्किट शामिल है. इसके साथ ही इस मल्टिएक्टिविटी सेंटर में रागी का आटा, तिखुर पाउडर, शहद, प्रोसेस्ड पोहा, मशरूम उत्पादन भी निर्मित किया जाता है.

यह भी पढ़ें: Bharose Ka Sammelan बस्तर पहुंचीं प्रियंका गांधी ने किया चुनावी शंखनाद, 'भाजपा ने आपको निर्भर बनाया, आत्मनिर्भर नहीं'

अबूझमाड़ की महिला ने बांस का गुलदस्ता भेंट किया: नारायणपुर जिले के बांस शिल्प केंद्र की प्रदर्शनी के दौरान प्रियंका गांधी को महिलाओं ने बांस से बना गुलदस्ता भेंट किया. प्रियंका गांधी ने महिला के कंधे पर हाथ रखकर पूछा कि आप कहां से हो, तब महिला ने जवाब दिया कि हम अबूझमाड़ से हैं. नक्सल पीड़ित अनपढ़ महिलाओं के पास कमाने का कोई साधन नहीं था. इन्हें शासन की ओर से नारायणपुर में बसाकर बांस शिल्प का प्रशिक्षण दिया गया. अब ये बांस शिल्पी बनकर आर्थिक स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ रही हैं.

सोर्स- सीजीडीपीआर

रायपुर: जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में कार्यक्रम में प्रियंका गांधी शामिल हुई. कार्यक्रम में अबूझमाड़ से आई महिला स्व सहायता समूह के कामों की प्रियंका ने जमकर तारीफ की. प्रियंका गांधी को अबूझमाड़ से आई एक महिला मानमती ने बताया कि "उनके समूह में 90 महिलाओं ने 1 साल में 15 लाख से भी अधिक की आय की है." ये सुनकर प्रियंका ने महिला को गले लगा लिया और कहा कि आप लोगों का समूह अच्छा काम कर रहा है.

गोठान की महिलाएं ऐसे करती हैं काम: नारायणपुर जिला के कोचवाही गांव के गोठान की ये महिलाएं फूड प्रोसेसिंग यूनिट, गोबर पेंट और पेवर ब्लॉक के निर्माण से जुड़ कर खुद को मजबूत कर रही हैं. फूड प्रोसेसिंग यूनिट में कुल 90 महिलाएं काम करती है. ये महिलाएं कोदो चावल, ब्लैक राइस, ब्राउन राइस, रेड राइस की प्रोसेसिंग के अलावा 5 तरह के कुकीज से बिस्किट तैयार कर रही हैं. इसमें मिलेट्स से संबंधित कोदो, कुटकी, महुआ, गुड़, रागी, इमली का बिस्किट शामिल है. इसके साथ ही इस मल्टिएक्टिविटी सेंटर में रागी का आटा, तिखुर पाउडर, शहद, प्रोसेस्ड पोहा, मशरूम उत्पादन भी निर्मित किया जाता है.

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अबूझमाड़ की महिला ने बांस का गुलदस्ता भेंट किया: नारायणपुर जिले के बांस शिल्प केंद्र की प्रदर्शनी के दौरान प्रियंका गांधी को महिलाओं ने बांस से बना गुलदस्ता भेंट किया. प्रियंका गांधी ने महिला के कंधे पर हाथ रखकर पूछा कि आप कहां से हो, तब महिला ने जवाब दिया कि हम अबूझमाड़ से हैं. नक्सल पीड़ित अनपढ़ महिलाओं के पास कमाने का कोई साधन नहीं था. इन्हें शासन की ओर से नारायणपुर में बसाकर बांस शिल्प का प्रशिक्षण दिया गया. अब ये बांस शिल्पी बनकर आर्थिक स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ रही हैं.

सोर्स- सीजीडीपीआर

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