रायपुर : ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा (health facilities in chhattisgarh) के लिए मीलों सफर कर शहर जाना पड़ता है. गंभीर बीमारी होने पर उन्हें शहर में रहकर ही इलाज कराना पड़ता है. इससे ग्रामीणों पर आर्थिक और मानसिक बोझ बढ़ने लगता है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं (health facilities in rural areas) को बेहतर करने के लिए निजी क्षेत्र का सहयोग लेने के निर्देश दिए हैं.अब ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइवेट अस्पताल (private hospital) बनाए जाएंगे. ग्रामीणों को गांव में ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मिल सकेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ग्रामीण इलाकों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं उपलब्ध हो सके, इसके लिए सभी शासकीय अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए निजी क्षेत्र से सहयोग लिया जाएगा. ग्रामीण अस्पतालों के निर्माण के लिए निजी क्षेत्रों को राज्य सरकार अनुदान भी देगी. ये अनुदान सेवा क्षेत्र के उद्योगों को दिए जा रहे अनुदान के तहत होगा. सीएम बघेल ने उद्योग विभाग को 10 दिनों में इसकी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए बनाया जाएगा जिलावार प्लान
डॉक्टरों की कमी
सरकार लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए कार्य कर रही है. बावजूद इसके छोटे जिला मुख्यालयों और विकासखंड मुख्यालयों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता चुनौताी बनी हुई है. सीएम ने राजधानी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के लिए विभाग को निर्देश दिए हैं.
निजी क्षेत्रों को दिया जाएगा अनुदान
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ग्रामीण इलाकों में सभी शासकीय अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने के साथ ही निजी क्षेत्र की सहायता लेना जरूरी है. उन्होंने कहा है कि राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए विभिन्न प्रकार के अनुदान दिए जाते हैं. वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी क्षेत्र के अस्पतालों की स्थापना हेतु किसी प्रकार के प्रोत्साहन दिए जाने का प्रावधान नहीं है. इसलिए स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ बनाने के लिए निजी क्षेत्र को ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिये अनुदान दिया जाएगा.