रायपुर: प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर को आप अपने घर बैठे मोबाइल से रिचार्ज कर सकेंगे. आप जितने दिन का रिचार्ज करेंगे, बिजली उतने दिन तक ही चलेगी. यह ठीक उसी तर्ज पर काम करेगा, जिस तरह मोबाइल रिचार्ज काम करता है. यदि हम 90 दिनों की वैधता वाला पैक लेते हैं, तो हमारा मोबाइल 90 दिनों तक ही ऑन रहता है. जिसके बाद उस पर की वैधता समाप्त हो जाती है. उसके बाद आपको दोबारा रिचार्ज करना होगा. प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर का भी यही प्रोसेस है.
इस निर्णय को जनता का मिला समर्थन: इस संबंध में जब कुछ घरेलू उपभोक्ताओं से बातचीत की गई. आधे से अधिक उपभोक्ता विभाग के इस निर्णय का समर्थन करते नजर आए. राजधानी के तेलीबांधा निवासी स्वाति देव का कहना है कि 'प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगने से फायदा यह है कि हम जितना रिचार्ज कराते हैं, हमें उतना ही लाइट इस्तेमाल करेंगे और उसी हिसाब से हमारी लाइट बंद और चालू होगी. इससे हमारी लाइट भी कम खपत होगी.
डिजिटल मीटर से विजली बचत करने जारूकता बढ़ेगी: अवंती विहार निवासी विकास कुमार का कहना है कि "हम कई बार देखते हैं कि जाने अनजाने में यदि हम एक कमरे में बैठे हैं, तो दूसरे कमरे का टीवी चलता रहता है या फैन चलता रहता है, जिस वजह से बिजली का खपत ज्यादा होता है. प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर की व्यवस्था सरकार ने की है, तो यह बहुत अच्छी बात है. इससे लोग जागरूक होंगे और बिजली के महत्वता को समझेंगे. अब रहा सवाल माइनस पॉइंट का, तो यह बात देखने वाली होगी कि यदि बिजली का रिचार्ज खत्म हो जाता है, तो विभाग द्वारा तुरंत बिजली की सप्लाई रोक दी जाएगी या कुछ समय दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें: Generic Medicine Vs Branded Medicine : जेनेरिक मेडिसिन कितनी सुरक्षित, क्यों फैली हैं भ्रांतियां, जानें
नोटिफिकेशन अलर्ट सुविधा की रखी मांग: घरेलू उपभोक्ता अतुल मुंद्रा ने इस विषय पर कहा कि "इसके लिए तो जैसे मोबाइल में पहले नोटिफिकेशन आता है उसी प्रकार बिजली बिल का रिचार्ज के लिए भी पहले नोटिफिकेशन आए, तो बेहतर होगा. वरना रातों-रात बिजली काट दी जाएगी. इससे हमें दिक्कत हो जाएगी. इसलिए यदि नोटिफिकेशन आते हैं, तो हमें पता होगा कि कितना हमारा बैलेंस है, जो समय पर हम बिजली बिल का रिचार्ज कर सकें. तभी बिजली की व्यवस्था अच्छी तरह से बनी रहेगी."
टेंडर की प्रक्रिया जारी छत्तीसगढ़ विद्युत विभाग के जनसंपर्क अधिकारी गोविंद पटेल ने बताया कि "अभी इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. किसी निजी कंपनी को टेंडर दिया जाएगा. जिसके बाद ही यह प्रक्रिया शुरू होगी. शुरुआती समय में पंचायतों में, सरकारी दफ्तरों में स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. जिसके बाद घरों में प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का काम शुरू किया जाएगा. फिलहाल अभी बारगेनिंग की जा रही है कि टेंडर को कितने रुपए में दिया जाए."
तय समय से देरी से चल रहा काम: प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर का काम पिछले साल के नवंबर में ही शुरू हो जाना था. लेकिन किसी तकनीकी कारणों से यह काम शुरू नहीं हो पाया. टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी थी. वहीं साल 2023 के जनवरी माह में इसे शुरू की जाने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन अभी भी टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से यह काम शुरू नहीं किया गया है. इस विषय पर जब जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि "यह काम कब से शुरू होगा, इस बात को कहना अभी मुश्किल है. हो सकता है कि 6 महीने में भी शुरू हो जाए या साल भर का भी समय लग जाए."
बिजली चोरी होने पर लगेगी रोक: इस प्रोजेक्ट के सीई राजेन्द्र प्रसाद से बात करने पर उन्होंने बताया कि "कमर्शियल दुकानों को 4 से 5 दिन पहले ही अलर्ट जारी करेगा कि आप का रिचार्ज खत्म होने वाला है. प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर के फायदे बहुत है, इससे सबसे बड़ा फायदा है बिजली चोरी होने पर रोक लगाई जा सकेगी. वहीं बिजली खपत पर भी काफी हद तक लगाम कसी जाएगी.